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कोविड वैक्सीनेशन का बुरा हाल, फिर भी शासन व प्रशासन थपथपा रहा अपनी पीठ

विपिन कुमार शर्मा

देवरिया,नवसत्ता :  सरकार द्वारा चलाए गए किसी भी योजना या कार्यक्रम का हाल धरातल पर देखने पर पता चलता है। सोशल मीडिया से लेकर हर जगह सरकार अपने कार्यों का बखान करती है और प्रचार-प्रसार भी जोर शोर से करती है। सरकार दावा भी करती है कि उसके सारे कार्यक्रम और कार्य उसके देखरेख में और उसके पक्ष में हो रहा है, परंतु हकीकत ठीक उसके विपरीत होता है। सरकार के खोखले दावे को लेकर हमारी टीम ने जब कोविड वैक्सीनेशन का हाल जानना चाहा तो, उसका भी वही हाल था जो सरकार के अन्य कार्यक्रमों का है।

वैक्सीनेशन को लेकर सरकार का प्रचार प्रसार उफान पर है। सरकार भी अपनी पीठ खुद थपथपा रही है। परंतु जमीनी हकीकत वैक्सीनेशन सेंटर पर देखने को मिलता है। अगर बात किया जाए तो जिले के जितने भी वैक्सीनेशन सेंटर हैं, उन सेंटरों पर भारी भीड़ देखने को मिलती है। कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है। वैक्सीनेशन के लिए बड़ी लाइन तो लग जाती है। लेकिन अंत में वैक्सीन समाप्त होने की सूचना से वंचित लोगों को चेहरे पर मायूसी व गुस्सा देखने को मिलती है।
वैक्सीनेशन के सेकेंड डोज के लिए तो और भी समस्या बनती जा रही है। निर्धारित समय पर वैक्सीनेशन न लग पाने से लोगों के चेहरे पर चिंता साफ झलक रही है। चिकित्सा प्रशासन द्वारा अक्सर यह सूचना कि आज वैक्सीन नहीं लगेगा, चस्पा होते रहना आम बात हो गई है। जो चिंता का सबब बनता जा रहा है। आखिर सरकार व उनके रहनुमाइंदे इस स्थिति से कब अवगत होंगे और इसमें सुधार कब और कैसे होगा? यह बहुत ही भयावह व विचारणीय प्रश्न बना हुआ है।

सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों एवं मीडिया कर्मियों के लिए वैक्सीनेशन की सुविधा के खोखले दावे के क्रम में शहर के वरिष्ठ चिकित्सक व वरिष्ठ मान्यता प्राप्त पत्रकार डॉ शशिधर मिश्र ने बातचीत के दौरान बताया कि समय बीत जाने के बाद भी वैक्सीन का सेकंड डोज नहीं लग पा रहा है। उनका कहना है कि बीते 28 जून को उन्हें सेकंड डोज लगाया जाना था। लेकिन अभी तक उन्हें सेकेंड डोज नहीं लग पाया था। डॉ मिश्र ने इस मामले में कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की, लेकिन कोई सही जानकारी नहीं दे रहा था। जिसके वजह से वह काफी परेशान थे।
फिर उन्होंने बताया कि बड़ी मशक्कत के बाद जिला महामारी विशेषज्ञ राजीव भूषण पांडेय के सहयोग से मुझे एवं तीन और वरिष्ठ नागरिकों के सेकंड डोज का वैक्सीनेशन हुआ। जिसके लिए मैं राजीव भूषण पांडेय को आभार एवं धन्यवाद प्रकट करता हूं।
सरकार तो पत्रकारों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए वैक्सीनेशन सुविधा की बात कह रही है, जबकि पत्रकार और वरिष्ठ नागरिकों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है।

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