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क्षेत्रीय

मतपत्रों में हुई हेराफेरी का शिकार बने प्रधान पद प्रत्याशी

अधिकारियों की लापरवाही बनी प्रत्याशी की हार का सबब

अक्षय मिश्रा

रायबरेली, नवसत्ता : त्रिस्तरीय चुनाव होने के बाद प्रत्याशियों द्वारा लगातार मतदान व मतगणना में धांधली का आरोप लगाने के मामले प्रकाश में आए हैं, परंतु विकासखंड लालगंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम सकतपुर का मामला काफी संदेहशील है। लालगंज अन्तर्गत सकतपुर में हुए प्रधान पद के चुनाव में प्रत्याशी ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों द्वारा मतपत्रों में फेरबदल कर पक्षपात किया गया है। आरोप क्यों ना लगाया जाए आरोप लगाना भी लाजमी है,क्योंकि जब आप हकीकत से रूबरू होंगे तो आप के पैरों तले से जमीन खिसक जाएगी। जीहां! प्रत्याशी के बताए अनुसार बूथ नंबर 136 में कुल 550 मत पड़े जब मतगणना हुई तो 467 मत निकले। सवाल उठता है कि 83 मत पत्र आखिर कहां गायब हुए, बूथ संख्या 137 में कुल 354 मत पड़े कुल 354 मत निकले। बूथ नंबर 138 में कुल मतदान 318 हुआ जिसमें से 318 मत निकले।बूथ संख्या 139 में 418 मत पड़े किंतु मतगणना में 493 मत निकले, बड़ा सवाल है की आखिर ये 75 अतरिक्त मत कहा से आए ? जब प्रत्याशी के विरोध करने पर अधिकारी से पूछा गया तो अधिकारी ने अनभिज्ञता जता कर मामले से पल्ला झाड़ लिया, सवालों के बादल तो तब मंडराए जब प्रत्याशी द्वारा विरोध के बावजूद अधिकारियों द्वारा उसकी कोई सुध ना ली गई तथा व अपने कार्य में तल्लीन रहे।


बूथ नंबर139 की सील टूटी हुई देख जब प्रत्याशी ने आरओ साहब को सूचित किया तो मामले को गोलमोल करते हुए बोले कि बक्से के उपर बक्से रखे जाने के कारण सील टूट गई है। इतना कहकर मामला ठंडा कर दिया गया। इससे साफ जाहिर होता है कि कैसे प्रशासन की मिलीभगत से प्रधानी के चुनाव में इतना बड़ा खेल हो गया और बड़े ही आसानी से रामसुंदर प्रधान को विजयी घोषित कर दिया गया। जिससे अधिकारी व कर्मचारियों का विजयी प्रत्याशी से मिलीभगत साफ दर्शा रही है। बता दे कि सकतपुर ग्राम सभा प्रधान पद प्रत्याशी राकेश कुमार चुनाव लड़े थे, जिस पर प्रशासन पर आरोप लगाते उन्होंने कहा कि मतगणना में धांधली करवा कर उनकी जीत करा दी गई। आरओ ने अंत में मतपत्रों में हेरफेर कर रामसुंदर को अंत में विजयी घोषित कर लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रहे हैं।प्रत्याशियों व ग्रामीणों का कहना है कि अगर मतदान दुबारा करा दिया जाए तो दूध का दूध पानी का पानी साफ हो जाएगा। अधिकारियों की मिलीभगत से हुई जीत का भी पर्दाफाश हो सकता है। अब देखना यह होगा कि प्रशासनिक अधिकारी प्रत्याशी व ग्रामीणों की सुध ले कर मतदान कराते हैं या फिर ऐसे ही लोकतंत्र का गला घोटा जाएगा। इस सम्बन्ध में प्रत्याशी राकेश कुमार ने एडीएम प्रशासन राम अभिलाष को ज्ञापन सौंप कर पुनः चुनाव तथा दोषी कर्मचारियों पर करने की गुहार लगाई है

क्या कहते है लालगंज एसडीएम विनय मिश्रा

वही जब इस बाबत लालगंज उप जिलाधिकारी विनय कुमार मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर प्रत्याशी पेटिशन दायर करे, पेटिशन में रिकॉर्ड तलब करा कर जो भी सही पाया जाएगा उसके पक्ष में निर्णय कराया जाएगा।

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