सरकार ने खरीफ 2025 के लिए उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति का आश्वासन दिया, आयात की प्रक्रिया में दीर्घकालिक व्यवस्था का किया जिक्र
नई दिल्ली , नवसत्ता : भारत ने अप्रैल से जून के बीच 9.74 लाख टन डाई-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) का आयात किया है। रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। सरकार के मुताबिक, यह कदम घरेलू मांग को पूरा करने के लिए उठाया गया है, विशेषकर खरीफ की फसल के लिए।
सरकारी आंकड़े बताते हैं:
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में 2.89 लाख टन, मई में 2.36 लाख टन, और जून में 4.49 लाख टन DAP का आयात किया गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 45.69 लाख टन DAP का आयात किया गया था, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 55.67 लाख टन था। पिछले कुछ वर्षों में DAP आयात में गिरावट आई है, लेकिन सरकार ने इस साल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
खरीफ 2025 सीजन के लिए तैयारी:
पटेल ने कहा कि सरकार खरीफ की फसल के लिए उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने यह भी बताया कि 2025 के खरीफ सीजन के दौरान रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता पिछले वर्ष के मुकाबले थोड़ी अधिक हो सकती है, क्योंकि बुवाई का क्षेत्र बढ़ा है और मानसून भी अनुकूल है।
आयात के लिए दीर्घकालिक व्यवस्था:
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि उर्वरकों की मांग और उत्पादन के बीच के अंतर को आयात के जरिए पूरा किया जाता है। भू-राजनीतिक कारणों से उत्पन्न होने वाली आपूर्ति श्रृंखला समस्याओं से बचने के लिए, उर्वरक कंपनियों ने प्रमुख DAP उत्पादक देशों के साथ दीर्घकालिक समझौतों की व्यवस्था की है।
यूरिया का आयात भी बढ़ा:
साथ ही, 2024-25 में यूरिया का आयात 56.47 लाख टन रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 70.42 लाख टन था। 2022-23 में यूरिया का आयात 75.80 लाख टन था, और 2021-22 में यह 91.36 लाख टन था।
इस आयात नीति के माध्यम से सरकार उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है, ताकि किसानों को जरूरी सामग्री समय पर मिल सके और कृषि उत्पादन में कोई कमी न आए।