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अहमदाबाद जगन्नाथ यात्रा में कोहराम: बेकाबू हाथी ने रौंदा, चार घायल

अहमदाबाद, नवसत्ता: अहमदाबाद में गुरुवार को निकाली जा रही ऐतिहासिक जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब डीजे की तेज आवाज से एक हाथी अचानक भड़क गया और बेकाबू होकर दौड़ने लगा। इस अप्रत्याशित घटना से रथयात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालुओं और आसपास मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि, मौके पर मौजूद महावतों और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को संभाला और बड़े हादसे को टाल दिया गया।


 

खाड़िया इलाके में दहशत और वायरल वीडियो

यह घटना अहमदाबाद के खाड़िया इलाके में रथयात्रा मार्ग पर हुई, और इसका एक वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक विशालकाय हाथी डीजे की धुन पर अचानक असहज होकर तेजी से आगे बढ़ता है, और फिर अनियंत्रित होकर दौड़ने लगता है। स्थानीय चश्मदीदों के मुताबिक, एक हाथी के बेकाबू होते ही उसके पीछे चल रहे दो और हाथी भी उत्तेजित हो गए। कुल मिलाकर लगभग 5 से 6 हाथी कुछ समय के लिए अनियंत्रित हो गए थे, जिनमें से तीन हाथी खाड़िया की संकरी गलियों में दौड़ते नजर आए। यह दृश्य बेहद भयावह था और इसने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया।


 

भगदड़ में घायल हुए चार लोग, एक मीडियाकर्मी भी शामिल

हाथियों की इस अचानक हुई भगदड़ के दौरान तीन से चार लोग घायल हो गए। घायलों में एक मीडियाकर्मी भी शामिल है, जो घटना को कवर कर रहा था। गनीमत यह रही कि किसी को भी गंभीर चोटें नहीं आईं और सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए और समय रहते हाथियों से दूर हटकर अपनी जान बचाई, जिससे किसी बड़े जानमाल के नुकसान से बचा जा सका। यह एक बड़ी राहत की बात रही, क्योंकि ऐसी घटनाओं में अक्सर गंभीर परिणाम सामने आते हैं।


 

15 मिनट थमी रथयात्रा, त्वरित कार्रवाई ने स्थिति संभाली

हाथियों के बेकाबू होने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम और प्रशिक्षित महावत तुरंत हरकत में आ गए। उनके पास हाथियों को शांत करने के लिए ट्रैंक्विलाइजर (बेहोश करने वाली दवा) और अन्य आवश्यक उपकरण मौजूद थे। उनकी त्वरित और कुशल कार्रवाई के चलते हाथियों को जल्द ही शांत कर लिया गया। इस घटना के कारण जगन्नाथ रथयात्रा को करीब 15 मिनट के लिए रोकना पड़ा। मौके पर 108 एंबुलेंस भी पहुंची जिसने घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल पहुंचाया।


 

स्थिति सामान्य होने पर फिर शुरू हुई भव्य यात्रा

हाथियों को पूरी तरह से शांत करने और उन्हें गलियों से निकालकर सुरक्षित मुख्य मार्ग पर लाने के बाद, प्रशासन ने रथयात्रा को फिर से शुरू करने की अनुमति दी। भगवान जगन्नाथ के रथों ने भक्तों की भारी भीड़ और जयकारों के बीच एक बार फिर अपनी यात्रा आगे बढ़ाई। यह घटना यात्रा आयोजकों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर करती है, खासकर जब धार्मिक आयोजनों में तेज ध्वनि वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। भविष्य में ऐसे आयोजनों में हाथियों और ध्वनि प्रदूषण के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा सकता है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


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