नई दिल्ली,नवसत्ताः विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस से ठीक एक दिन पहले एक राहतभरी खबर सामने आई है। देश में अब ब्रेन ट्यूमर के इलाज में इम्यूनो-थेरेपी और AI आधारित सर्जिकल तकनीकों ने नई क्रांति ला दी है।
AIIMS दिल्ली और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने साझा रिपोर्ट में बताया है कि पिछले एक साल में गंभीर ब्रेन ट्यूमर के मरीजों में रिकवरी रेट 37% से बढ़कर 54% हो गया है।
डॉक्टरों के मुताबिक, अब ब्रेन ट्यूमर का इलाज न केवल संभव है बल्कि कई मामलों में मरीज पूरी तरह स्वस्थ जीवन जी पा रहे हैं।
🧬 नई रिसर्च ने बदली तस्वीर
ब्रेन ट्यूमर पर हाल ही में आई एक अंतरराष्ट्रीय स्टडी के मुताबिक, भारत में तेजी से विकसित हो रही जनरल जीनोमिक टेस्टिंग और कस्टमाइज्ड रेडियोथेरेपी तकनीक ने इलाज को और सटीक बनाया है।
“पहले जहां ऑपरेशन ही एकमात्र रास्ता था, वहीं अब हम मरीज की जेनेटिक प्रोफाइल देखकर इलाज तय कर पा रहे हैं। इससे ट्रीटमेंट ज्यादा असरदार हो गया है।“
— डॉ. रिद्धिमा घोष, न्यूरो-ऑन्कोलॉजिस्ट, कोलकाता
👨👩👧👦 कैंसर सर्वाइवर्स बने प्रेरणा
दिल को छू लेने वाली एक कहानी कानपुर की 16 वर्षीय छात्रा अन्वी सिंह की है, जिसने ग्रेड-3 ब्रेन ट्यूमर को मात दी और अब वह खुद “कैंसर अवेयरनेस” अभियान चला रही है। अन्वी कहती हैं —
🔎 यह लक्षण नज़रअंदाज़ न करें:
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लगातार सिरदर्द जो सुबह तेज हो
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उल्टियां या मितली
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आंखों की रोशनी पर असर
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अचानक दौरे (seizures)
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याददाश्त में कमी या व्यवहार में बदलाव