नई दिल्ली 6 जून नवसत्ता,
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को गुरुवार रात एक अज्ञात कॉलर द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई, जिसके बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल कड़ा कर दिया गया है। यह कॉल रात लगभग 11 बजे गाजियाबाद पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) में किया गया था।
धमकी भरा कॉल आते ही कॉलर ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया, जो अब तक स्विच ऑन नहीं हुआ है। गाजियाबाद पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (सिटी) ने पुष्टि की है कि कॉल की जांच शुरू हो चुकी है और टेलीकॉम कंपनी की मदद से सिम कार्ड के मालिक की पहचान कर ली गई है।
इंटर-स्टेट कोऑर्डिनेशन के जरिए सक्रिय हुई दिल्ली पुलिस
गाजियाबाद पुलिस की इंटर-स्टेट कोऑर्डिनेशन सेल ने दिल्ली पुलिस को धमकी की सूचना दी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने भी जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सार्वजनिक गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और आवश्यकतानुसार परिवर्तन किए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री पर हमलों का इतिहास
रेखा गुप्ता से पहले भी दिल्ली के मुख्यमंत्रियों को सुरक्षा संबंधी घटनाओं का सामना करना पड़ा है:
2019 में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक ऑटो ड्राइवर ने थप्पड़ मारा था, जिसने आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने चुनावी वादे नहीं निभाए।
2016 में छत्रसाल स्टेडियम में एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान उन पर एक महिला ने स्याही फेंकी थी। वह महिला CNG स्टिकर घोटाले के विरोध से जुड़ी थी।
फरवरी 2025 में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सावित्री नगर में एक पदयात्रा के दौरान उन पर अज्ञात व्यक्ति ने तरल पदार्थ फेंका था।
क्या हो सकता है आगे?
राजनीतिक माहौल में तनावपूर्ण घटनाएं चुनावी वर्ष में आम होती जा रही हैं। रेखा गुप्ता को मिली यह धमकी न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती है, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था पर भी सवाल उठाती है।
जांच एजेंसियां फिलहाल कॉलर की पहचान और उसके मंसूबों की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। दिल्ली और गाजियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस केस में बड़ा खुलासा हो सकता है।