नई दिल्ली,नवसत्ता,12 मई 2025। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को एक सशक्त संदेश भेजते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के तहत 7 मई 2025 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पंजाब में 14 सटीक हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को नष्ट करना था, जो भारतीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बने हुए थे। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि इन हमलों में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था।
इससे पूर्व, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था। भारत ने इस हमले के जवाब में पाकिस्तान के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को निलंबित कर दिया था। पाकिस्तान ने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था।
भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हमारा एयर डिफेंस सिस्टम दीवार की तरह मजबूत था। हमने हमले से निपटने की तैयारी की थी।” उन्होंने यह भी कहा, “जब हौंसले बुलंद हों, तो मंजिलें भी कदम चूमती हैं।”
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता से 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हुआ। हालांकि, दोनों देशों ने एक-दूसरे पर संघर्ष विराम उल्लंघन का आरोप लगाया है। भारत ने पाकिस्तान पर संघर्ष विराम उल्लंघन का आरोप लगाया, जबकि पाकिस्तान ने इसे नकारा किया है।
इस संघर्ष में दोनों देशों के नागरिकों और सैनिकों की जानें गईं, और कई लोग विस्थापित हो गए। हालांकि, संघर्ष विराम के बाद स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन कश्मीर विवाद का समाधान अभी भी लंबित है।
यह संघर्ष दोनों देशों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि कश्मीर विवाद का समाधान बिना कूटनीतिक प्रयासों के संभव नहीं है। भारत और पाकिस्तान को चाहिए कि वे आपसी विश्वास और संवाद के माध्यम से इस विवाद का शांतिपूर्ण समाधान खोजें।