कहा-पैसे लेकर अंग्रेज़ों के लिए काम करते थे सावरकर
अडानी को राजस्थान में कोई विशेष तरजीह नहीं
बेंगलुरु,नवसत्ता: कांग्रेस की ”भारत जोड़ो यात्रा” के एक महीने पूरे हो चुके हैं. सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा 31वें दिन कर्नाटक के मायासांद्रा में पहुंच चुकी है. इस मौके पर राहुल गांधी ने आज कर्नाटक के तुरुवेकरे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने आरएसएस को निशाने पर लिया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में सावरकर अंग्रेजों के लिए काम करते थे और उसे इसके लिए पैसे मिलते थे. इतना ही नहीं आरएसएस ने भी ब्रिटिश राज का समर्थन किया था और आज उनके नफरत के खिलाफ ही भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है.
वहीं राजस्थान में अदाणी के निवेश पर राहुल ने जवाब देते हुए कहा, गौतम अडानी ने राजस्थान को 60,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया था, ऐसे प्रस्ताव को कोई भी मुख्यमंत्री मना नहीं करेगा, लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अडानी को कोई तरजीह नहीं दी और अपनी राजनीतिक शक्ति का दुरुपयोग नहीं किया. इसके अलवा उन्होंने यह भी कहा कि मैं उद्योगपतियों के खिलाफ नहीं हूं, मैं दो से तीन व्यापारियों के एकाधिकार का विरोध करता हूं.
पीएफआई के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, मेरा मानना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाला व्यक्ति कौन है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस समुदाय से आते हैं, नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी काम है और हम ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ेंगे.
राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश की जनता भ्रष्टाचार से परेशान है और सरकार इसे मैनेज करने के लिए मीडिया पर कंट्रोल कर रही है.