मुंबई,नवसत्ता: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है. एकनाथ शिंदे के पक्ष में 164 विधायकों ने मतदान किया. जबकि उद्धव गुट की शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के महाविकास अघाड़ी गठबंधन के पक्ष में 99 वोट पड़े. सदन में मौजूद 3 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. इससे पहले उद्धव गुट के 2 और विधायक शिंदे खेमे में शामिल हो गए.
बताते चलें कि विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के दूसरे दिन आज सरकार को बहुमत साबित करना था. जिसमें स्पीकर के चयन के समय शिंदे गुट को 164 वोट मिले थे. आज भी 164 मिले. वहीं स्पीकर राहुल नार्वेकर का वोट शामिल नहीं रहा.
इससे पहले भाजपा की ओर से प्रस्ताव रखा गया, जिस पर विपक्ष ने वोटिंग की मांग की. जैसे ही सत्ता पक्ष के विधायकों की गिनती 144 पहुंची, साफ हो गया कि शिंदे महाराष्ट्र के मुख्मयंत्री बने रहेंगे.
इस बीच, उद्धव ठाकरे के साथ रहे शिवसेना विधायक संतोष बांगर भी शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. विधानसभा में उन्होंने सरकार के पक्ष में वोट किया. दो और विधायकों के शिंदे गुट में चले जाने के बाद उद्धव ठाकरे खेमे में अब सिर्फ 14 विधायक बचे हैं, जिन्हें अयोग्यता की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. महाविकास आघाड़ी के 8 विधायक देरी से पहुंचने के कारण वोट नहीं कर सके. इनमें 7 विधायक कांग्रेस के रहे.
उधर शिंदे व उद्धव गुट के बीच व्हिप विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. शिवसेना की तरफ से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर की तरफ से एकनाथ शिंदे गुट की ओर से जारी व्हिप को मान्यता देने का मामला उठाया. उन्होंने कहा, स्पीकर को यह अधिकारी नहीं है, क्योंकि पार्टी अभी भी उद्धव गुट की है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर भी 11 जुलाई को सुनवाई करेगा.