मुंबई,नवसत्ता: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिंदे कैंप ने चिट्ठी लिखकर उद्घव ठाकरे को खुली चुनौती दी है. इस चिट्ठी को एकनाथ शिंदे ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया और कहा कि यह विधायकों की भावना है.
चिट्ठी में बागी विधायकों ने उद्धव ठाकरे से पूछा, हमें अयोध्या जाने से क्यों रोका गया. बागी विधायकों ने कहा, हमारी हर समस्या एकनाथ शिंदे ही सुनते थे. राज्यसभा चुनाव में हमारे ऊपर क्यों अविश्वास किया गया. हमारे साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया. पिछले ढाई महिने से शिवसेना विधायकों के लिए दरवाजे बंद किये गये. हमारे साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया. अगर हम सीएम से मिलना चाहते थे लेकिन हमें वर्षा निवास पर बुलाकर हमें कई घंटों तक सड़क पर खड़ा किया जाता था. हमारे फोन का जवाब भी नहीं मिलता था.
बागी विधायकों ने चिट्ठी में आरोप लगाया और लिखा, उद्धव ठाकरे से केवल कांग्रेस और एनसीपी के विधायक को मिलने का मौका दिया जाता था. पिछले ढाई वर्षों में, एमवीए सरकार ने केवल घटक दलों को फायदा पहुंचाया, और शिवसैनिकों को भारी नुकसान हुआ. घटक दल मजबूत हो रहे हैं, शिवसेना का व्यवस्थित रूप से गबन किया जा रहा है. पार्टी और शिवसैनिकों के अस्तित्व के लिए अस्वाभाविक मोर्चे से बाहर निकलना जरूरी है. महाराष्ट्र के हित में अब निर्णय लेने की जरूरत है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीएम आवास ‘वर्षा’ छोड़ दिया है. अब वो मातोश्री पहुंच गए हैं. जहां पहले से ही इकट्ठा शिव सैनिक उनका इंतजार कर रहे थे. इससे पहले एकनाथ शिंदे के खेमे में शिवसेना के और 6 एमएलए शिंदे कैंप में पहुंच गए हैं. सूत्र बता रहे हैं कि ये 6 विधायक आज गुवाहाटी पहुंच सकते हैं. इससे पहले बुधवार को 4 विधायक मुंबई से गुवाहाटी पहुंचे थे. एकनाथ शिंदे ने 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को नेता चुन लिया है जिसके बाद शिंदे ने राज्यपाल, डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी भेजी है.