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कृषि कानून की वापसी: राजनीतिक दलों ने किसानों का संघर्ष याद दिलाते हुए सरकार को कोसा

नई दिल्ली,नवसत्ता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन नए कृषि कानून वापस लेने का ऐलान करते ही राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, बसपा प्रमुख मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और केजरीवाल समेत कई नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है. वहीं अभिनेत्री कंगना रनौट ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए दुखद, शर्मनाक और गलत बताया है.

कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि 600 से अधिक किसानों की शहादत 350 से अधिक दिन का संघर्ष, प्रधानमंत्री जी आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला, आपको कोई परवाह नहीं थी. आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा, आपने खुद आंदोलनजीवी बोला. उनपर लाठियां बरसाईं, उन्हें गिरफ्तार किया.

अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी कि यह देश किसानों ने बनाया है. यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती. इसके बाद प्रियंका ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपकी नियत और आपके बदलते हुए रुख पर विश्वास करना मुश्किल है. किसान की सदैव जय होगी. जय जवान, जय किसान, जय भारत.

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा- फैसला लेने में देरी कर दी
कृषि कानून वापसी पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि फैसला लेने में देरी कर दी. यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था. साथ ही एमएसपी को लेकर भी सरकार फैसला करे. इस आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए हैं, उन्हें केंद्र सरकार आर्थिक मदद और नौकरी दे.

विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस लिए: अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा. कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस ले ही लिए. सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी. उधर, कृषि कानून वापसी को लेकर जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह किसान की जीत है, हम सब की जीत है. देश की जीत है.

केजरीवाल बोले- किसानों की शहादत अमर रहेगी
आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली. 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए. उनकी शहादत अमर रहेगी. आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था. मेरे देश के किसानों को मेरा नमन. किसानों ने सभी सरकारों को बता दिया – जनतंत्र में सिर्फ और सिर्फ जनता की मर्ज़ी चलेगी, अहंकार नहीं चलेगा.

नवजोत सिद्धू ने कहा- किसानों की कुर्बानी रंग लाई है
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेना ही सही दिशा में कदम है. किसानों की कुर्बानी रंग लाई है.

जिस क्रूरता से भाजपा ने आपको ट्रीट किया उससे आप नहीं डरे: ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा- उन सभी किसानों को मेरी हार्दिक बधाई. जिन्होंने बिना रुके लड़ाई लड़ी और जिस क्रूरता से भाजपा ने आपको ट्रीट किया उससे आप नहीं डरे. यह आपकी जीत है.

कृषि कानून की वापसी से कंगना नाराज, लिखी यह बात
ट्विटर पर बैन हो चुकीं कंगना रणौत ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा है, ”दुखद, शर्मनाक और सरासर गलत… अगर संसद में बैठी सरकार के बजाय गलियों में बैठे लोग कानून बनाना शुरू कर दें तो यह भी एक जिहादी देश है… उन सभी को बधाई जो ऐसा चाहते हैं.”

इससे पहले कृषि बिल के समर्थन में कंगना ने किसानों को आतंकी तक कह दिया था. उन्होंने लिखा था- प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे गलतफहमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की एक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फर्क पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं. सीएए से एक भी इंसान की सिटिजेन्शिप नहीं गयी मगर इन्होंने खून की नदियां बहा दी.

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