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आपकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे शहर के 26 नामी होटल व रेस्टोरेंट

लगातार हो रही किरकिरी से बचने के लिए प्रशासन ने थमाई नोटिस

आदित्य बाजपेई
रायबरेली,नवसत्ता: लगातार योगी सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है लेकिन भ्रष्टाचार तो रुकने का नाम नहीं ले रहा है. सरकारी अफसरों का पेट भर जाए, इमारतें चाहे जैसी हो.  कुछ इसी फार्मूले पर सरकारी अफसर काम कर रहे हैं. जिले की लगभग सैकड़ों बिल्डिंग मानक विहीन तरीके से बनी हुई है. यह बात अफसर भी जानते हैं लेकिन पैसों से उनका पेट भर दिया जाता है,तो साहब को कुछ नही दिखाई पड़ता. शहर की कई इमारतें अवैध भी बनी हुई है. नवसत्ता के लगातार खुलासे से हो रही किरकिरी से बचने के लिए  प्रशासन ने आपकी जिदंगी से खिलवाड़ कर रहे 26 नामी होटल व रेस्टोरेंट को नोटिस थमाई है.
मानक विहीन इमारतें शहरवासियों के लिए खतरा बनीं हुई हैं.
आरडीए में नक्शा स्वीकृत होने की बात तो छोड़िए कई इमारतों को नोटिस देकर सील भी कर दिया गया है लेकिन वह सेटिंग गेटिंग के खेल पर खुल रही हैं. जिम्मेदार जानकर भी बन रहे अनजान. बिल्डरों द्वारा अफसरों का पेट भर दिया जाता है और अफसर मेहरबान हो जाते हैं. बीते दिनों लखनऊ के होटल में हुए हादसा के बाद जिम्मेदारों की नींद जरूर टूटी है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान अभी तक नहीं गया कि किन कागजों के सहारे इनकी इमारतें गुलजार हो रही है.
पहले भी चल चुका अभियान लेकीन सिर्फ कागजी कार्रवाई होती हैं. यह कोई पहेली बार नही हुआ है. हादसे के बाद आला अफसरों के सबक सीखने की मानो आदत सी पड़ गई है. इससे पहले सूरत के कोचिंग सेंटर में अग्निकांड हुआ था, घटना को देखकर हर कोई दहल उठा था. तत्कालीन अफसरों ने भी तेजी दिखाई थी, कोचिंग स्कूल कालेज सहित सभी इमारतों में जांच की. कई जगह अग्निशमन यंत्र भी नहीं मिले. उन्हें नोटिस देकर सिर्फ खानापूर्ति कर ली जाती है.
अगर जिले के अवैध इमारतों की जांच की जाए तो आधे से ज्यादा आरडीए के अभियंता फस जाएंगे. काफी संख्या में अवैध है कांप्लेक्स या होटल या क्लीनिक. डीएम माला श्रीवास्तव ने जांच के आदेश दिए तो सहायक अभियंता से लेकर अवर अभियंताओं तक के होश उड़ गए हैं. हर कोई अपना दामन बचाने में लग गया पुलिस तहसील और अग्निशमन विभाग की टीमें इमारतों में सुरक्षा प्रबंधन की जांच करने में लग गई है. जहां पिछले 2 साल से कई इमारतें हैं ऐसी बन गई जिन्हें नोटिस या फिर सील किया गया था ऐसे में जांच हुई तो कई अभियंताओं पर कार्रवाई तय है.
लखनऊ के लेवाना होटल में हुए हादसे के बाद अग्निशमन विभाग के अधिकारियों द्वारा होटल रयान वन, मोती महल होटल, प्लीजेंट व्यू, दशमेश कांप्लेक्स, होटल दीप, मखीरा मार्केट रेलवे स्टेशन रोड, होटल कन्हा, कॉन्टिनेंटल रेलवे स्टेशन रोड,होटल मीरा, तुलसी पैलेस,शांति इन प्रभु टाउन, न्यू नरेश सुपरमार्केट, सुदीप अग्रवाल, अपार्टमेंट मुंबईया कोठी हाथी पार्क, अमरनाथ अपार्टमेंट प्रभु टाउन, प्रकाश मुरारका अपार्टमेंट बैलीगंज, एनक्लेव हाथी पार्क, कवलजीत सिंह अपार्टमेंट, गोल्डन दीप  इत्यादि 26 होटलों को नोटिस दी जा चुकी है.
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से बात की गई तो उनका फोन पीएसओ ने उठाया और कहा मैम मीटिंग में है बाद में बात कराते है, लेकिन न फ़ोन आया और न ही बात हो पाई.
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