सत्र से पहले ही विपक्ष ने बनाए तीखे मुद्दे
नई दिल्ली , नवसत्ता : संसद का मॉनसून सत्र आज से आरंभ हो रहा है, जो कि 21 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं। सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के अन्य 23 दल कई गंभीर मुद्दों को इस सत्र में जोरदार तरीके से उठाने की तैयारी में हैं।
विपक्ष के निशाने पर सरकार, PM से की सदन में उपस्थिति की मांग
कांग्रेस ने मांग की है कि जब सदन में पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, और डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता जैसे मुद्दों पर चर्चा हो, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वयं सदन में उपस्थित रहकर जवाबदेही निभानी चाहिए।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का तंज
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने लिखा:
“कुछ ही देर में सज-धज कर प्रधानमंत्री संसद भवन के बाहर अपने चिर-परिचित अंदाज में मीडिया के सामने देश को संबोधित करेंगे। हर बार की तरह, इस बार भी वही घिसी-पिटी, खोखली बातें दोहराई जाएंगी।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री संसद में बहुत कम दिखाई देते हैं और साल में सिर्फ एक बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हैं।
विदेश दौरों पर भी सवाल
रमेश ने प्रधानमंत्री के ब्रिटेन और मालदीव के प्रस्तावित दौरों पर भी सवाल उठाए और कटाक्ष करते हुए कहा:
“48 घंटे बाद ‘सुपर प्रीमियम फ्रीक्वेंट फ्लायर’ प्रधानमंत्री एक और विदेशी दौरे पर निकल पड़ेंगे। मणिपुर की जनता के पास निराश होने की एक और वजह होगी।”
विपक्ष उठाएगा ये प्रमुख मुद्दे
सत्र के दौरान विपक्ष जिन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगा, वे हैं:
-
पहलगाम आतंकवादी हमला
-
ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोका जाना
-
राष्ट्रपति ट्रंप का मध्यस्थता दावा
-
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)
-
मणिपुर की स्थिति और केंद्र की भूमिका
निष्कर्ष
संसद का यह मॉनसून सत्र सरकार के लिए आसान नहीं रहने वाला है। विपक्ष पूरी तैयारी के साथ सरकार को कटघरे में खड़ा करने के लिए कमर कस चुका है। देखना होगा कि इन सवालों के जवाब में सरकार क्या रुख अपनाती है।