कांग्रेस ने की देशद्रोह की मांग, सोशल मीडिया पर घमासान
भोपाल,नवसत्ता । मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कुंवर विजय शाह द्वारा सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक, कानूनी और सामाजिक स्तर पर भारी बवाल खड़ा कर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए डीजीपी को चार घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, कांग्रेस ने इस बयान को “देशद्रोही” बताते हुए मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
⚖️ हाईकोर्ट की फटकार: ‘चार घंटे में दर्ज हो एफआईआर’
जस्टिस अतुल श्रीधरन की अगुवाई में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने बुधवार को सुनवाई के दौरान सख्त टिप्पणी करते हुए कहा:
“किसी भी परिस्थिति में इस मामले में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। इसमें कोई विलंब स्वीकार्य नहीं है।”
कोर्ट ने डीजीपी को निर्देशित किया कि चार घंटे के भीतर संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर रिपोर्ट पेश की जाए। अदालत ने यह भी कहा कि गुरुवार सुबह मामले की अगली सुनवाई की जाएगी।
🟥 कांग्रेस का हमला: ‘सेना का अपमान, मंत्री पद छोड़ें विजय शाह’
विवादित बयान के विरोध में कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में एफआईआर की मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराई।
पटवारी ने कहा:
“विजय शाह ने देश की सेना और महिला सैन्य अधिकारी का अपमान किया है। उन्हें एक मिनट भी मंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। हमने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर भी कार्रवाई की मांग की है।”
कांग्रेस ने घोषणा की है कि 15 मई को राज्य के सभी थानों में पार्टी कार्यकर्ता विजय शाह के खिलाफ शिकायत देंगे।
🌐 सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया: ट्रेंड हुआ #StandWithColSofiya
सोशल मीडिया पर भी मामला जबरदस्त चर्चा में है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #StandWithColSofiya, #VijayShahMustResign और #ArmyIsPride जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
जनता की प्रतिक्रियाएं:
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“जो देश की रक्षा करती हैं, उनके सम्मान पर हमला बर्दाश्त नहीं।” – @DeshPremiSingh
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“क्या राजनीति इतनी गिर जाएगी कि फौज पर भी निशाना साधा जाए?” – @AwaazLoktantra
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“मंत्री का बयान गलत है लेकिन कांग्रेस इस पर भी राजनीति कर रही है।” – @BharatFirst_77
🛡️ विजय शाह का संभावित बचाव: बयान को ‘तोड़ा-मरोड़ा’ बताया
हालांकि विजय शाह की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि मंत्री अपने बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किए जाने की दलील दे सकते हैं। उनका तर्क हो सकता है कि:
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उन्होंने किसी विशेष व्यक्ति को नहीं, बल्कि एक संस्थागत प्रवृत्ति की ओर इशारा किया था।
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वो सेना और सैनिकों का सम्मान करते हैं और जानबूझकर किसी का अपमान नहीं किया।
सेना से जुड़े इस संवेदनशील मामले ने न केवल मध्य प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी हलचल मचा दी है। एक ओर हाईकोर्ट का सख्त रुख है, दूसरी ओर कांग्रेस की आक्रामक रणनीति। सोशल मीडिया जनता के गुस्से से भरा पड़ा है, जबकि खुद मंत्री विजय शाह अब तक खामोश हैं।
अब सबकी नजरें गुरुवार की अदालत की सुनवाई पर टिकी हैं, जो इस पूरे प्रकरण की दिशा तय कर सकती है।