संवाददाता
नई दिल्ली, नवसत्ताः चीनी स्टार्टअप डीपसीक ने पिछले महीने एक नया एआई मॉडल पेश करके एआई जगत में दुनिया का ध्यान खींचा है। कंपनी का दावा है कि उसका यह मॉडल ‘चैटजीपीटी’ जैसे एआई टूल्स बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ओपनएआई को कड़ी टक्कर देगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कम लागत वाले चीनी एआई टूल को अमेरिका के लिए एक ‘चेतावनी’ बताया है। उन्होंने कहा कि इस एआई टूल ने महज दो दिनों में वॉल स्ट्रीट पर तकनीकी शेयरों को भारी नुकसान पहुंचाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने रिपब्लिकन कांग्रेस के एक कार्यक्रम में कहा, “मुझे उम्मीद है कि चीनी कंपनी डीपसीक का एआई टूल हमारे उद्योग के लिए एक चेतावनी होगी। यह हमें याद दिलाएगा कि प्रतिस्पर्धा में आगे रहने के लिए हमें और मेहनत करनी होगी।”
हालांकि, ट्रंप ने यह भी कहा कि सिलिकॉन वैली को लगे इस झटके का सकारात्मक असर भी हो सकता है, क्योंकि इससे सस्ते और प्रभावी इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। डीपसीक एक चीनी टेक स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना लियांग वेनफेंग ने की है। पिछले एक साल में इस कंपनी ने कई प्रतिस्पर्धी एआई मॉडल विकसित किए हैं। इसका मुख्यालय हांग्जो में स्थित है।
कंपनी का वी3 मॉडल इसे सुर्खियों में ले आया। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी सरकार और उसके नेतृत्व से जुड़े संवेदनशील विषयों पर इस मॉडल की सामग्री पर लगे प्रतिबंधों ने वैश्विक बाजार में इसकी प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लियांग वेनफेंग कौन हैं?
लियांग वेनफेंग डीपसीक के संस्थापक और सीईओ हैं। उनके पिता चीन के एक प्राथमिक स्कूल में शिक्षक थे। 40 वर्षीय लियांग का जन्म चीन के झानजियांग में हुआ था। बचपन से ही उनमें नई चीजें सीखने का जुनून था और वे हर समस्या का हल ढूंढने में जुट जाते थे।
लियांग की शुरुआती शिक्षा साधारण रही, लेकिन बाद में उन्होंने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ाई की और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत की।
कई कंपनियों की स्थापना
ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लियांग ने कई कंपनियों की स्थापना की। उन्होंने 2013 में हांग्जो याकेबी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट और 2015 में झेजियांग जियुझांग एसेट मैनेजमेंट कंपनी शुरू की। इसके अलावा, 2019 में उन्होंने हाई-फ्लायर एआई लॉन्च किया, जो 10 अरब युआन से अधिक की संपत्ति प्रबंधित करने वाला एक वेंचर है। 2023 में उन्होंने डीपसीक की स्थापना की, जो एआई टेक्नोलॉजी के विकास पर केंद्रित है।