बहराइच, नवसत्ताः बहराइच में जारी हिंसा को लेकर सोमवार को सूबे के मुखिया योगी आदित्यानाथ ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मामले में पाए गए दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी वजह से घटना घटी है उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर सचिव गृह विभाग संजीव गुप्ता व एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश पहुंचे।
बहराइच मामले को लेकर मुख्यमंत्री ने किया एक्स पर किया पोस्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पोस्ट में लिखा है कि जनपद के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर उपस्थित रहकर धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराने हेतु निर्देशित किया है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी से बात करके ताजा अपडेट लिया है। इसके बाद मृतक राम गोपाल मिश्र के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए और पार्थिव शरीर को ले गए।
जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 13, 2024
हर साल इसी रास्ते से जुलूस निकलता था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, आज तक इस इलाके में जुलूस या विसर्जन के दौरान कभी हिंसा नहीं हुई थी। इस बार हिंसा की शुरुआत डीजे पर आपत्तिजनक नारे लगाने की वजह से हुई। आपको बता दें कि रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान मुस्लिम इलाके से जाते हुए बवाल हो गया, जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी। जिले में हिंसा के बीच अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा पूरी तरह से स्थगित कर दी गई है। रविवार को हुई हिंसा में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी। आज सुबह पोस्टमार्टम के बाद के परिवार ने उनके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और शव को लेकर परिजन तहसील में प्रदर्शन के लिए आगे बढ़ गए। इस दौरान लोगों ने गाड़ियां फूंक दीं, पुलिस को भी घेर लिया और दुकानों में आग दी। हालांकि, पूरे इलाके में अब माहौल शांत है। 30 उपद्रवी को हिरासत में ले लिया है।
आरोप ये भी है कि मृतक रामगोपाल ने एक जगह हरा झंडा उखाड़कर भगवा झंडा फहराया था, जिसके बाद आपत्तिजनक नारेबाजी और तेज हो गई.जिस इलाके में नारेबाजी की जा रही थी, वह मुस्लिम बाहुल्य इलाका था. आपत्तिजनक नारेबाजी सुनने के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई. पत्थरबाजी के दौरान ही दूसरे पक्ष की ओर से फायरिंग की गई, जिसमें रामगोपाल को गोली लगी और वह मर गया. राम गोपाल के अलावा कुछ और लोगों को गोली लगने की सूचना है. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है. इस घटना में कई लोग घायल हैं। योगी के निर्देशानुसार, गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश मौके पर पहुंचे हैं.30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है.महराजगंज के कबडिया टोला में समुदाय विशेष के दस घरों में आग लगाई गई है।
राम गोपाल की दो महीने पहले हुई थी शादी
हिंसा में जान गंवाने वाले राम गोपाल के परिवार में उसके माता-पिता और एक बड़ा भाई है . रामगोपाल घर का छोटा बेटा था. उसकी शादी 2 महीने पहले हुई थी. उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, फिलहाल परिवार मुख्यमंत्री से मुलाकात पर अड़ा हुआ है और आरोपियों का एनकाउंटर करने की मांग कर रहा है. क्षेत्रीय विधायक सुरेश्वर सिंह ने परिवारजनों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कराई जाएगी, दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा. इसके बाद परिवार अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गया है।
बहराइच के महराजगंज की घटना का विरोध देखते ही देखते पूरे जिले में फैल गया। सड़क जाम करने के साथ ही कुछ जगहों पर आगजनी भी हुई। वहीं शहर फखरपुर, तेजवापुर, रिसिया ब्लाॅक, नानपारा, व इटहा में पूजा समितियों ने प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया। मामला बढ़ने पर एसपी वृंदा शुक्ला भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहंुच गई और स्थिति को संभालने का प्रयास शुरू किया। उन्होंने बताया कि मौके पर दो प्लाटून पीएसी तैनात की गई है छह थानों की पुलिस भी मौजूद है। स्थिति को काबू करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रकरण की जांच की जा रही है। इसमें शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
मृतक राम गोपाल मिश्रा बहराइच में घसियारीपुरा के मंसूर गांव का रहने वाला था। उसकी उम्र 22 वर्ष थी। रविवार को मां दुर्गा की मूर्ति को विसर्जन के लिए मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से ले जाया जा रहा था. इसी दौरान संगीत बजाने को लेकर हुए हिंसा भड़क गई और टकराव के दौरान गोली लगने से राम गोपाल की मौत हो गई. इस घटनाक्रम में जमकर पथराव और गोलीबारी हुई। करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।