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AI का दौर भी प्रेम की सार्थकता को नहीं बदल सकता: राजीव सिद्धार्थ

ज़ी थियेटर के टेलीप्ले ‘लव’ में राजीव सिद्धार्थ एक खास भूमिका निभा रहे हैं

मुंबई, नवसत्ताः राजीव सिद्धार्थ ने 2007 की फिल्म ‘दिल दोस्ती Etc’ से अपने करियर की शुरुआत की और आज वो सिनेमा, टेलीविजन और वेब शोज की दुनिया में अपनी भूमिकाओं से धूम मचा रहे हैं । वह ज़ी थियेटर के टेलीप्ले ‘लव’ में भी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, जो जॉर्ज बर्नार्ड शॉ के क्लासिक नाटक ‘पिग्मालियन’ का एक आधुनिक रूपांतरण है। राजीव के दिल में थियेटर के लिए एक विशेष स्थान है और उन्होंने लिलेट दुबे के निर्देशन में ‘आधे अधूरे’ और ‘ऑगस्ट ओसाज काउंटी’ जैसे नाटकों में भी अभिनय किया है।
‘लव ‘ उस दौर की कहानी है जहाँ विज्ञान जीवन के हर हिस्से पर हावी है. एक युवा वैज्ञानिक एक ऐसा रोबोट विकसित करता है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है, ताकि वो अपनी मां को यह विश्वास दिला सके कि उसे अपनी जीवन संगिनी मिल गयी है यह टेलीप्ले दिखाता है कि विज्ञान कैसे मानवी संबंधों पर अपना प्रभाव डाल रहा है।
टेलीप्ले के बारे में बात करते हुए, राजीव कहते हैं, “मैंने अपने किरदार की तैयारी में बिताए हर एक पल का आनंद लिया। AI और तकनीकी प्रगति के तत्वों को शामिल करने के बावजूद, यह टेलीप्ले, जैसा कि शीर्षक से पता चलता है, प्रेम में निहित है। मैं एक घमंडी आविष्कारक की भूमिका निभा रहा हूं जो अंततः अपनी रचना से प्रेम कर बैठता है। प्रेम सभी बाधाओं को पार कर जाता है और कहानी यह दिखाती है कि तकनीकी प्रगति और AI की उपस्थिति के बावजूद, शुद्ध भावनाएं हमेशा मौजूद रहेंगी। प्रेम की असली सार्थकता को कोई नहीं बदल सकता।”
हालांकि AI ने लोगों के साथ हमारे संबंध बनाने के तरीके को बदल दिया है, राजीव को लगता है कि प्रेम को मौलिक रूप से परिभाषित करना विज्ञान के लिए संभव नहीं है । जैसे कि वह कहते हैं, “रोमांटिक प्रेम की गहराई और बिना शर्त प्यार का मोल कभी नहीं घटेगा । मैं आशा करता हूं कि हमारा जीवन इतना सतही न हो जाए कि हम किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ रिश्ता जोड़ने के लिए एक बटन के क्लिक पर निर्भर हो जाएं। विज्ञान हमें कई दिलचस्प लोगों से मिलने में मदद कर सकता है, लेकिन एक आत्मीय संबंध के लिए भावनात्मक गहराई की आवश्यकता होती है।”
प्रेम के बारे में अपने विचारों पर चर्चा करते हुए राजीव कहते हैं, “सच्चा प्रेम बिना शर्त के किया जाता है, लेकिन जिस समय में हम जी रहे हैं, किताबों, फिल्मों और यहां तक कि जीवन में प्रेम का चित्रण बहुत शर्तों पर आधारित लगता है। सच्चे प्रेम में बिना शर्त ऐसी प्रतिबद्धता होनी चाहिए जो सूर्य पृथ्वी के प्रति प्रदर्शित करता है।”
‘लव’ का रूपांतरण इति अग्रवाल द्वारा किया गया है और इसमें युकी एलियास, शिवम पाटिल, सोनाली सचदेव,पायल नायर, नंदिनी सेन, प्रीति श्रॉफ और सुहानी गांधी भी हैं। इसे करण तलवार ने फिल्माया है और इसे 23 सितंबर को डिश टीवी रंगमंच एक्टिव, D2H रंगमंच एक्टिव और एयरटेल स्पॉटलाइट पर देखा जा सकता है।

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