मलप्पुरम नवसत्ताः केरल में मलप्पुरम के ओट्टुपुरम-थूवल थेरुम तट पर तनूर के पास कुरापुझा नदी के मुहाने पर रविवार को एक पर्यटक नौका के पलट जाने से छह बच्चों सहित करीब 22 लोगों की मौत हो गयी।
अब तक मछुआरों और स्थानीय निवासियों द्वारा छह लोगों को बचाया गया है। जिला पुलिस प्रमुख सुजीत दास ने मीडियाकर्मियों को बताया, कि “22 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। उनमें से अब तक 12 की पहचान की जा चुकी है।” शवों को तनूर और परपंगड़ी के निजी अस्पतालों में रखा गया है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन सोमवार को मलप्पुरम जाएंगे। वहीं अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि गंभीर रूप से घायल चार बच्चों को कोट्टाकल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना शाम लगभग सात बजे घटित हुई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक लगभग 40 व्यक्तियों को ले जा रही एक पर्यटक नाव समुद्र तट से लगभग आधा किलोमीटर दूर कथित रूप से अधिक भार के कारण पलट गई। मछुआरे, दमकल कर्मी और स्थानीय गोताखोर मौके पर पहुंचे और दुर्घटनास्थल से करीब आठ लोगों को बचाया। पुलिस ने कहा कि उन्हें तनूर, तिरूर और परपंगड़ी के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
वहीं बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे खेल मंत्री वी अब्दु रहमान ने अभी तक छह मौतों की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “अब तक छह मौतों की पुष्टि हुई है और अग्निशमन बल और पुलिस कर्मी स्थानीय निवासियों और मछुआरों की मदद से राहत एवं बचाव अभियान चला रहे हैं।” चश्मदीदों ने कहा कि भीड़भाड़ के कारण कई पर्यटकों को लाइफ जैकेट उपलब्ध नहीं कराए गए। अपर्याप्त बिजली आपूर्ति ने भी बचाव अभियान में बाधा डाली, जिससे कई मौतें हुईं। पर्यटक तनूर और परापंगड़ी के आसपास के इलाकों से थे।
राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने स्थिति का आकलन करने के लिए आपात बैठक बुलाई। बयान में कहा गया है कि जॉर्ज ने निर्देश दिया कि घायलों के लिए विशेषज्ञ उपचार सुनिश्चित किया जाए और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया तेज की जाए ताकि शवों को जल्द से जल्द परिजनों को सौंपा जा सके। इसमें कहा गया है कि त्रिशूर और कोझीकोड जैसे जिलों से डॉक्टरों सहित पर्याप्त कर्मचारियों को बुलाकर तिरूर, थिरुरंगडी, पेरिंथलमन्ना अस्पतालों और मनचेरी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम किया जाए।
राष्ट्रपति सहित कई लोगों ने शोक जताया
मलप्पुरम नाव हादसे पर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने एक ट्वीट में कहा, केरल के मलप्पुरम में नाव दुर्घटना में लोगों की मौत बेहद चौंकाने वाली और दुखद है। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मैं जीवित बचे लोगों की सलामती के लिए प्रार्थना करती हूं।”
वहीं मलप्पुरम नाव दुर्घटना पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “नाव पलटने की घटना में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ, शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना; सभी के सुरक्षित बचाव और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घटना पर शोक जताते हुए एक ट्वीट में कहा कि केरल के मलप्पुरम में नाव दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “केरल के मलप्पुरम में एक हाउसबोट के डूबने की खबर से व्यथित हूं। उन सभी के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बचाव अभियान में अधिकारियों की मदद करने की अपील करता हूं।”
उल्लेखनीय है कि सामान्यतः जिला पर्यटन संवर्धन परिषद (डीटीपीसी) द्वारा संचालित नाव सेवा प्रतिदिन शाम पांच बजे तक ही चलती है, लेकिन सप्ताहांत की छुट्टी के दिन समुद्र तट क्षेत्र में बड़ी संख्या में घरेलू पर्यटकों की भीड़ के कारण नाव सेवा दो घंटे और बढ़ा दी गई।