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मुक्ति दिवस पर जुड़े लौकिक-पारलौकिक लक्ष्य

मथुरा, 24 मार्च (नवसत्ता)। मुक्ति दिवस के पावन पर्व पर जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में एकत्र सत्संगी-प्रेमियों व आश्रम वासियों ने मुक्ति दिवस का पावन पर्व धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर जयगुरुदेव बाल्य-बालक विद्यादान विद्यालय ,मथुरा के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ‘करुणेश’  ने गुरु महाराज के वचनों को सुनाया। इस अवसर पर आश्रम के व्यवस्थापक अरुण कुमार, विजय प्रकाश श्रीवास्तव, सुभाष चन्द्र, संजय शर्मा, कालूराम, रोहिताश गुप्ता, कंचन श्रीवास्तव सहित बहुत से सम्मानित प्रेमीजन उपस्थित रहे। आश्रम में सत्संग मंच के सामने झण्डा रोहण के उपरान्त मुक्ति दिवस गीत सभी प्रेमियों ने प्रेम से गाकर उस दिन को याद किया। इसके बाद प्रसाद वितरण हुआ और फिर संस्था मुख्यालय पर तथा सन्त चिरोली आश्रम, कृष्णानगर, मथुरा में भी झण्डा रोहण किया गया।


इसी बीच संस्था मुख्यालय मथुरा से संस्थाध्यक्ष पंकज जी महाराज के सानिध्य में निकली 33 दिवसीय आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा का नौवां पड़ाव ओबरा, सोनभद्र में विश्व विख्यात् परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज आपातकाल खत्म होने के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से 23 मार्च 1977 को मुक्त हुए थे तब से प्रतिवर्ष 23 मार्च मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है। यहां प्रात: 7.30 बजे से प्रारम्भ, पूजन के उपरान्त पूज्य पंकज जी महाराज ने प्रात: आठ बजे ‘जयगुरुदेव’ ध्वजारोहण किया तथा अपने सम्बोधन में कहा सन्त महापुरुष जीवों के कल्याण के लिये अवतरित होते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से दुनियां वालों ने उनको प्रताडि़त और विरोध किया।

25 जून सन् 1975 को जब आपातकाल लागू किया गया तो बहुत से निरपराध साधु, महात्माओं, राजनेताओं को बन्दी बनाया गया था। युग महापुरुष बाबा जयगुरुदेव जी महाराज को 29 जून 1975 को बन्दी बनाकर आगरा केन्द्रीय कारागार (जो कुछ समय में टूट गई थी), बरेली, बंगलोरू तथा तिहा? जेलों में रखा गया था, बे?िया पहनाई गई, तनहाई दी गई। बाबा जी के संकल्प और पूर्व की घोषणा के अनुसार सत्ता परिवर्तन होने पर जेल से 23 मार्च को मुक्त हुये। 9 दिसम्बर 1976 को बाबा जी के बीसों हजार अनुयाई जनता के मौलिक अधिकार बहाल किये जांय, बन्दी नेता छो?े जाँय, आपातकाल हटाया जाये, चुनाव कराये जांय, जबरन नसबन्दी गर्भपात बन्द किया जाय आदि मांगों के साथ सत्याग्रह करके जेल गये थे। इस मुक्ति दिवस के पीछे लौकिक-पारलौकिक दोनों लक्ष्य जुड़े हुये हैं। साधना करके गुरु की दया से आत्मा को जीवन-मरण के बन्धन से मुक्त करा लें। यह भी लक्ष्य जुड़ा है। सभी को मुक्ति दिवस की हार्दिक बधाईयाँ व शुभकामनायें है।
इस अवसर पर संस्था के महामन्त्री बाबूराम यादव, आश्रम मथुरा के प्रबन्धक व उत्तर प्रदेश संगत के प्रा. अध्यक्ष सन्तराम चौधरी, बिहार प्रान्त के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, उपदेशक डा. कुंवर बृजेश सिंह, म.प्र. के प्रान्तीय अध्यक्ष नारेन्द्र सिंह बघेल, शिवराज सिंह, दयाराम यादव, बंशीधर चौधरी तथा सहयोगी संगत जौनपुर के राम अकबाल, विनोद यादव आदि उपस्थित रहे।

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