नई दिल्ली,नवसत्ता: कांग्रेस से इस्तीफे के बाद गुलाम नबी आजाद का बयान सामने आया है. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया और चापलूसों को पार्टी में जगह दी गई.
पीएम मोदी से जुड़ी घटना को याद करते हुए गुलाम नबी ने कहा कि प्रधानमंत्री को मैं क्रूर समझता था लेकिन उन्होंने इंसानियत दिखाई. मोदी के नाम पर कांग्रेस बहाना बना रही है. जी-20 के लेटर के बाद से मैं लोगों की आंख में खटक रहा था.
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, कश्मीर में गुजरात की बस पर हमला हुआ था, मैं उस घटना को भूल नहीं सकता. मैं जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री था और उनसे फोन पर बात हुई थी.
गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए.
#WATCH | Ghulam Nabi Azad says, "I didn't sleep for 6 days before and after writing the letter (G23) because we gave blood for the party. People there today are useless…It's saddening that Congress has such spokesmen who don't even know about us…" pic.twitter.com/3b5C29zSDo
— ANI (@ANI) August 29, 2022
इसी क्रम में आजाद के बेहद करीबी माने जाने वाले जीएम सरूरी सहित जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं ने एक साथ पार्टी छोड़ दी. सरूरी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद में जिस पार्टी का भी गठन होगा…वो सेक्युलर पार्टी होगी.
गुलाम नबी आजाद का चार सितंबर को जम्मू पहुंचने का कार्यक्रम है. उन्होंने खुद भी जम्मू-कश्मीर में एक नई पार्टी बनाने की घोषणा की है. जीएम सरूरी ने बताया कि आजाद अगले 20 दिनों के अंदर एक राष्ट्रीय पार्टी का गठन करने जा रहे हैं. साथ ही जम्मू-कश्मीर में जब भी चुनाव कराया जाएगा, आजाद पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे.
मालूम हो कि गुलाम नबी आजाद ने पिछले दिनों कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में राहुल गांधी पर कई तरह के आरोप लगाये थे.
कपिल सिब्बल, जितिन प्रसाद और योगानंद शास्त्री के बाद आजाद जी-23 पार्टी छोडऩे वाले चौथे नेता हैं. आजाद से पहले राहुल के जाने के बाद चंद नेताओं ने ही इस तरह का तीखा हमला बोला था. पहले शायद हिमंत बिस्वा सरमा थे, जो कांग्रेस छोडऩे के बाद भाजपा में शामिल हो गए.