काबुल, नवसत्ता: अफगानिस्तान में आए 6.1 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1 हजार हो गई है जबकि 1500 लोग घायल बताए जा रहे हैं. यह भूकंप पूर्वी अफगानिस्तान के ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में आया, जो कि पाकिस्तान की बॉर्डर से लगा हुआ है.
पाकिस्तान में भी भूकंप के महसूस किए गए लेकिन यहां जानमाल के नुकसान को लेकर कोई खबर नहीं है. पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप के झटके इस्लामाबाद, मुल्तान, भाकर, फलिया, पेशावर, मलकंद, स्वात, मियांवाली, पाकपट्टन और बुनेर समेत कई जगहों पर महसूस किए गए.
तालिबान सरकार में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख मोहम्मद नसीम हक्कानी ने कहा कि अधिकांश मौतों की पुष्टि पड़ोसी प्रांत पक्तिका में हुई. यहां के 4 जिलों में कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं.
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट-क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है. इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाती है. भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है.