नई दिल्ली,नवसत्ता: भीषण गर्मी के बीच देश के कई हिस्सों में बिजली की कटौती शुरू हो गई है क्योंकि राज्य बिजली की रिकॉर्ड मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. वहीं अब देश में कोयला संकट खड़ा हो गया है. कोयला के भंडार वाले राज्य जैसे- झारखंड, छत्तीसगढ़ व ओडिशा आदि को छोड़ दें तो कई राज्य कोयले की खपत से जूझ रहे हैं. ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली संयंत्रों में कोयले की संभावित कमी पर चिंता व्यक्त की है.
केजरीवाल ने किया ट्वीट
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह ट्विट कर लिखा है कि देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है. अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं. पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है. जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा. इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है। अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है। हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है। pic.twitter.com/aYQVVZBUOy
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 29, 2022
सत्येंद्र जैन ने सरकार को लिखा पत्र
इन सबके बीच दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर पर्याप्त कोयला सप्लाई की मांग की है. दिल्ली सरकार का कहना है कि नेशनल पावर पोर्टल की दैनिक कोयला रिपोर्ट के अनुसार एनसीपीसी के कई पावर स्टेशन पर कोयले की भारी कमी है. दिल्ली सरकार ने बताया कि दादरी-2 पावर प्लांट में कोयले का सिर्फ एक दिन का स्टॉक बचा है. ऊंचाहार पावर प्लांट में दो दिनों का स्टॉक वहीं, कहलगांव में साढ़े तीन दिनों का स्टॉक बचा है. फरक्का में 5 दिनों का स्टॉक बचा है और झज्जर (अरावली) में 7-8 दिनों का स्टॉक बचा है. ऐसे में दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों में कोयले की उचित व्यवस्था होती रहे, इसके लिए केंद्र सरकार से मामले में दखल देने की अपील की है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने राज्यों को इन्वेंट्री बनाने के लिए अगले तीन वर्षों के लिए अपने आयात को बढ़ाने को कहा है. ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन ने कहा कि देश भर के ताप विद्युत संयंत्र कोयले की कमी से जूझ रहे हैं, जिससे देश में बिजली संकट उत्पन्न होने की आशंका बढ़ रही है.