Navsatta
खास खबरदेशविदेश

बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में बोले पीएम मोदी- उद्योगपतियों और स्टार्टअप के बीच तालमेल आवश्यक

नई दिल्ली,नवसत्ता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका की अगुवाई में आयोजित 7 देशों के बिम्सटेक शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं. बिम्सटेक स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर डिजिटल माध्यम से आयोजित इस सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि चुनौतीपूर्ण माहौल में क्षेत्रीय सुरक्षा बहुत जरूरी है. श्रीलंका में चल रहे पांचवें शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उद्योगपतियों और स्टार्टअप के बीच तालमेल बनाना होगा.

बिम्सटेक को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करेगा भारत

पीएम मोदी ने कहा, बंगाल की खाड़ी को संपर्क, समृद्धि और सुरक्षा का पुल बनाने का समय आ गया है. मैं सभी बिम्सटेक देशों का आह्वान करता हूं कि वे 1997 में एक साथ हासिल किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए उत्साह के साथ काम करने के लिए खुद को समर्पित करें. भारत अपने परिचालन बजट को बढ़ाने के लिए (बिम्सटेक) सचिवालय को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करेगा. (बिम्सटेक) सचिवालय की क्षमता को मजबूत करना महत्वपूर्ण है, मेरा सुझाव है कि महासचिव उसी के लिए एक रोडमैप तैयार करें.

बिम्सटेक एफटीए के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे आपसी व्यापार को बढ़ाने के लिए बिम्सटेक एफटीए के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक है. हमें अपने देशों के उद्यमियों और स्टार्टअपके बीच आदान-प्रदान भी बढ़ाना चाहिए. इसी के साथ हमें ट्रेड फैसिलिटेशन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानदंड को अपनाने का भी प्रयत्न करना चाहिए. इसे और सक्रिय बनाने के लिए मैं आप सब का सहयोग चाहूँगा. इस सेंटर के कार्य को पुन: शुरू करने के लिए भारत तीन मिलियन डॉलर का योगदान करने को तैयार है.

समुद्री सहयोग को अहमियत

गौरतलब है कि बंगाल की खाड़ी के तटवर्ती देशों का समूह होने के कारण बिम्सटेक देश समुद्री सहयोग को अहमियत देते हैं. भारत इसमें अग्रणी रहा है, क्योंकि इस क्षेत्र में उसके पास महत्वपूर्ण वैज्ञानिक क्षमताएं हैं. बिम्सटेक का विकास भारत के प्रयास पर जून 1997 में बिस्ट-ईसी समूह बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैंड आर्थिक सहयोग की स्थापना के साथ शुरू हुआ था. बाद में म्यांमार, नेपाल और भूटान के प्रवेश के बाद बिम्सटेक समूह गठित हुआ.

मौसमी घटनाओं से प्रभावित रहती है बंगाल की खाड़ी

बंगाल की खाड़ी का क्षेत्र मौसम की घटनाओं से भी काफी प्रभावित रहता है जो अक्सर प्राकृतिक आपदाओं का भी कारण बनती हैं. ऐसे में आपदा प्रबंधन और आपदा जोखिम कम करना बिम्सटेक में भारत के लिए एक और महत्वपूर्ण एजेंडा बन गया है. हाल ही में आयोजित पैनेक्स अभ्यास जैसे अभ्यासों के माध्यम से आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के बीच सहयोग, या उन्नत मौसम पूर्वानुमान से संबंधित साझेदारी जैसी गतिविधियां को भारत ने आगे बढ़ाया.

बिम्सटेक के भीतर भारत के पास सुरक्षा सहयोग विषय की अगुवाई है. इसका वर्तमान फोकस आतंकवाद का मुकाबला करने और हिंसक उग्रवाद को रोकने के लिए मजबूत कानूनी मानदंड स्थापित करने पर है. साथ ही कानूनी ढांचे और आपसी साझेदारी को बढ़ावा देने वाले तंत्र की स्थापना करना है जो प्रवर्तन एजेंसियों के बीच करीबी सहयोग की सुविधा मुहैया करा सके.

संबंधित पोस्ट

नगालैंड में सुरक्षा बलों की फायरिंग से 11 लोगों की मौत के बाद बवाल, होगी एसआईटी जांच

navsatta

केंद्र का दावा- कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी से नहीं हुई कोई मौत

navsatta

डॉक्टर डे विशेष, मिलिए सीएचसी वृंदावन की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. स्वाति जाडिया से

navsatta

Leave a Comment