नई दिल्ली,नवसत्ता: सुप्रीम कोर्ट के वकीलों को सोमवार सुबह एक बार फिर से गुमनाम नंबर से एक ऑटोमेटेड कॉल (स्वचालित कॉल) प्राप्त हुई. इसमें कहा गया कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में कश्मीर का झंडा फहराया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के कुछ एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड (एओआर) को किए गए कॉल में कॉलर ने खुद को इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य होने का दावा किया. उसने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के लिए सुप्रीम कोर्ट उतना ही जिम्मेदार है जितना कि मोदी सरकार.
एक महीने में यह तीसरी बार है जब वकीलों ने धमकी भरे फोन आने का दावा किया है. इससे पहले, वे न्यायाधीशों को धमकी देने वाले कॉल प्राप्त हुए सुप्रीम कोर्ट की जांच समिति ने सुरक्षा उल्लंघन से जुड़े मामले की जांच कर रही है, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 20 मिनट के लिए पंजाब में फ्लाईओवर पर फंस गए थे.
उन्होंने प्राप्त किया पिछले हफ्ते एक दूसरा धमकी भरा कॉल- कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक समूह सिख फॉर जस्टिस से- उसी को लेकर कॉल करने वालों ने आज खालिस्तान समर्थक समूह की धमकियों का भी हवाला दिया और लड़ाई को दिल्ली तक ले जाने की कसम खाई.
एक खबर के मुताबिक, कॉल में स्पष्ट रूप से (हम) 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर पीएम मोदी को ब्लॉक करेंगे और (हम) जस्टिस इंदु मल्होत्रा को पीएम सुरक्षा उल्लंघन मामले की जांच नहीं करने देंगे जैसे संदेश भी थे.