लखनऊ,नवसत्ताः कानपूर के पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (aseem arun) आज भाजपा में शामिल हो गये। उधर असीम अरूण और राजेश्वर सिंह (rajeshwar singh) के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत पंजीकृत हो गई है। आयोग ने शिकायत जल्द निर्णय निर्णय लेने का संकेत दिया है। शिकायत में आचार संहिता के ठीक एक दिन पहले ही वीआरएस लेकर उपरोक्त दोनों अधिकारियों पर पाँच साल तक पार्टी विशेष के हित में काम करने, सेवा में रहते हुए भेदभाव और गोपनीयता का हनन करने का आरोप लगाते हुए इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की गई है।
सपा ने भी की कार्रवाई की मांग
उधर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि वह भारत के चुनाव आयोग से उन सभी अधिकारियों को हटाने का अनुरोध करेंगे, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों से पूर्व पुलिस अधिकारी असीम अरुण के साथ काम किया है, ऐसा न हो कि वे आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को प्रभावित करें।
लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा- “हम चुनाव आयोग से कहेंगे कि पिछले पांच सालों में आसिम अरुण के साथ काम करने वाले सभी अधिकारियों को हटा दिया जाए वरना वे चुनाव को प्रभावित करेंगे”।
अखिलेश ने अपने दावे पर जोर देते हुए कहा कि अगर इन लोगों को उनके पदों से नहीं हटाया गया तो वे अधिकारियों की आड़ में भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहेंगे। सपा प्रमुख ने कहा कि अरुण का भगवा पार्टी में शामिल होना आयोग के सामने एक उदाहरण है।
उन्होंने कहा- “चुनाव आयोग के सामने अब एक उदाहरण है कि एक अधिकारी का किसी पार्टी के साथ कितना संबंध हो सकता है। वह भाजपा के सदस्य थे, दोनों ने बातचीत की होगी, टिकट देने का भी फैसला किया होगा और फिर भी उन्हें आयुक्त बनाया गया था।”
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि हम चुनाव आयोग से ऐसे सभी अधिकारियों के खिलाफ मामले की जांच शुरू करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे। अखिलेश ने कहा- “अगर चुनाव आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है, तो उस पर सवाल उठेंगे और हम मानेंगे कि आयोग निष्पक्ष रूप से काम नहीं कर रहा है।”