लखनऊ,नवसत्ता: पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले बीएसपी ने बड़ा ऐलान किया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने यूपी विधान सभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. मायावती के अलावा बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
मायावती 15 जनवरी को अपना 66वां जन्मदिन मनाने जा रही है. इसके पहले पार्टी ने साफ कर दिया है कि मायावती विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. हालांकि, बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी चुनाव में पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरेगी.
बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती चुनाव लडऩे नहीं बल्कि लड़वाने का काम करेंगी. मैं भी यूपी विधान सभा का चुनाव नहीं लडूंगा. मेरी पत्नी कल्पना मिश्रा और मेरा बेटा कपिल मिश्रा भी चुनाव नहीं लड़ेगा. मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने जा रही है. बीजेपी और समाजवादी पार्टी दूसरे और तीसरे नंबर के लिए लड़ाई कर रहे हैं. चुनाव से पहले और ना ही बाद में किसी के साथ बीएसपी का गठबंधन होगा.
उन्होंने आगे कहा कि यूपी के ब्राह्मण हमारे साथ हैं. बीजेपी के साथ तो ब्राह्मण जा ही नहीं सकता है और समाजवादी पार्टी के साथ ब्राह्मण कभी नहीं रहा. बीजेपी सरकार में ब्राह्मण समाज के 500 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई. 100 से ज्यादा एनकाउंटर हुए. ब्राह्मण समाज पहले देख चुका है कि बीएसपी ने कैसे उसका सम्मान बढ़ाया था? ब्राह्मणों को हर जगह चाहे अधिकारियों की बात हो, चाहे 15 एमएलसी बनाने की बात हो, चाहे कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर चेयरमैन बनाने की बात हो और चाहे उत्तर प्रदेश में 4 हजार से ज्यादा सरकारी वकील बनाने की बात हो, सब जगह ब्राह्मणों को सम्मान दिया.
सूत्रों का कहना है कि बसपा ने अधिकांश सीटों पर उम्मीदवारों के नाम कमोबेश तय कर लिए हैं. इनके नामों का ऐलान 14 जनवरी से की जा सकती है. पहले खबरें आ रही थी कि मायावती भी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. अब बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने तमाम कयासों पर ब्रेक लगा दिया है. सतीश चंद्र मिश्रा ने खुद के और बसपा सुप्रीमो मायावती के चुनाव लड़ने की संभावना से इंकार किया है.
वहीं समाजवादी पार्टी के 400 सीटें जीतने के दावे पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, समाजवादी पार्टी के पास तो 400 उम्मीदवार ही नहीं हैं तो फिर इतनी सीटें वे कैसे जीतेंगे. एसपी या फिर बीजेपी सत्ता में नहीं आएंगे. इस बार बहुजन समाज पार्टी सरकार बनाने जा रही है. सतीश चंद्र मिश्रा काफी दिनों से अकेले ही प्रचार की कमान संभाले हुए हैं. अवध से लेकर पूर्वांचल और पश्चिम यूपी तक उन्होंने दौरे किए हैं. खासतौर पर ब्राह्मण समुदाय को लुभाने के लिए उन्होंने कई आयोजन किए हैं. लेकिन मायावती की चुनाव को लेकर न तो कोई जनसभा हुई है और न ही कोई रोड शो आदि निकाला है.