Navsatta
खास खबरराज्यस्वास्थ्य

एचसीएल ने हरदोई में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को किया अपग्रेड

लखनऊ,नवसत्ता: वैश्विक व्‍यवसाय-समूह एचसीएल ने आज यह घोषणा की है कि उसने उत्‍तर प्रदेश के हरदोई जिले में जिला प्रशासन के सहयोग से इंटीग्रेटेड कोविड-19 कमांड सेंटर (आईसीसीसी) को सफलतापूर्वक अपग्रेड किया है. इस एडवांस्‍ड सेंटर का लक्ष्‍य है कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिले के नागरिकों के लिये संकट में सहयोग सुनिश्चित करना. इस आईसीसीसी को पहले मैनुअली ऑपरेट किया जाता था, लेकिन अब इसे एक ऑटोमेटेड कॉल मैनेजमेंट सिस्‍टम, एंड-टू-एंड कनेक्टिविटी के लिये अपडेटेड सॉफ्टवेयर और इसकी सुगम कार्यात्‍मकता के लिये बुनियादी ढांचे के सहयोग से मजबूत किया गया है. अपग्रेडेट सेंटर का उद्घाटन हरदोई के विधायक नितिन अग्रवाल और लखनऊ डिविजन के कमिश्‍नर रंजन कुमार ने किया. इस अवसर पर हरदोई के डिस्ट्रिक्‍ट मजिस्‍ट्रेट अविनाश कुमार, हरदोई की चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर आकांक्षा राणा और एचसीएल फाउंडेशन के प्रोजेक्‍ट डायरेक्‍टर आलोक वर्मा मौजूद रहे.

यह इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर ना‍गरिकों की परेशानियों को दूर करने के लिये एकल स्रोत के रूप में काम करेगा और दैनिक परिचालन तथा कोविड को काबू करने की कोशिशों में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगा. हरदोई के निवासी हेल्‍पलाइन नंबरों 05852237627, 05852237629 और टोल-फ्री नंबर 1075 के माध्‍यम से आईसीसीसी तक पहुँच सकते हैं. सेंटर के प्रशिक्षित कर्मचारी स्‍क्रीन कॉलर्स और उनकी पूछताछ में सहायता करेंगे और फिर आगे की कार्यवाही के लिये सरकार द्वारा नियुक्‍त डॉक्‍टरों, पुलिसकर्मियों, एम्‍बुलेंस तथा अन्‍य अधिकारियों की नामित टीम का हवाला देंगे. वे कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्‍वास्‍थ्‍य और तंदुरूस्‍ती का फॉलोअप भी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि कोविड के टीके का पहला डोज ले चुके लोगों को वैक्‍सीनेशन के रिमाइंडर्स भेजे जाएं. इस सेंटर को आगे भी आपदा प्रबंधन के लिये इस्‍तेमाल किया जा सकता है.

उद्घाटन के दौरान हरदोई के डिस्ट्रिक्‍ट मजिस्‍ट्रेट अविनाश कुमार ने कहा,एचसीएल कोविड के जवाब में हो रहे प्रयासों में संकटकालीन सहयोग प्रदान कर रहा है और हरदोई जिले में समग्र स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं का उत्‍थान कर रहा है. इस महत्‍वपूर्ण समय में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को अपग्रेड करने में उन्‍होंने जो सहयोग दिया है, उसकी हम प्रशंसा करते हैं. यह सुविधा इसका सही उदाहरण है कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी नागरिकों के लिये सेवाओं को उन्‍नत करने में कैसे सहायता कर सकती हैं.”

एचसीएल फाउंडेशन के प्रोजेक्‍ट डायरेक्‍टर आलोक वर्मा ने कहा: “कोविड के जवाब में एचसीएल के प्रयासों का एक बड़ा हिस्‍सा रहा है नागरिकों के लिये सार्वजनिक सेवाओं को बेहतर और मजबूत बनाने के लिये टेक्‍नोलॉजी सॉल्‍यूशंस का इस्‍तेमाल करना. हम महामारी की संभावित तीसरी लहर की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें यह कमांड सेंटर संकटकालीन सेवाओं की निरंतरता और अत्‍यंत संक्रामक ओमिक्रॉन वेरियेंट का फैलना रोकने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगा. कमांड सेंटर में टेक्‍नोलॉजी और बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने की हमारी कोशिशों में एक ऑटोमेटेड कॉलिंग सॉफ्टवेयर भी शामिल है, ताकि कॉल वॉल्‍यूम में बहुत बढ़त होने पर भी स्थिति को संभाला जा सके. साथ ही सॉफ्ट कॉल्‍स और डाटा के डिजिटल प्रबंधन के लिये बुनियादी ढांचे का सहयोग है. हमें पक्‍का यकीन है कि यह सेटअप कम्‍युनिटी के कष्‍टों का क्षमतावान तरीके से जवाब देने में जिले के अधिकारियों की सहायता करेगा.”

एचसीएल ने कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान कोविड के जवाब में अपनी कोशिशों से कई राज्‍य सरकारों की सहायता की थी. वह जमीनी स्‍तर की वास्‍तविक आवश्‍यकताएं पूरी करने के लिये ठोस सहायता प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है. इससे पहले एचसीएल ने राज्‍य सरकार के साथ भागीदारी में हरदोई में दो ऑक्‍सीजन प्‍लांट्स लगाये थे. संडीला कम्‍युनिटी हेल्‍थ सेंटर और डिस्ट्रिक्‍ट वूमंस हॉस्पिटल में इन दो प्‍लांट्स में से प्रत्‍येक 375 लीटर ऑक्‍सीजन प्रति मिनट (एलपीएम) बना सकता है और यह दोनों मिलकर एक बार में 150 बेड्स को सपोर्ट करने की क्षमता रखते हैं. एचसीएल ने हरदोई के जिला अस्‍पताल को जरूरी उपकरण और कंज्‍यूमैबल्‍स (उपभोग्‍य सामग्री) भी प्रदान किये थे.

 

एचसीएल के विषय में

भारत के ओरिजिनल आईटी गैराज स्‍टार्ट-अप्‍स में से एक के तौर पर 1976 में संस्‍थापित एचसीएल आधुनिक कंप्‍यूटिंग का अग्रणी है, जिसने कई पहलें की हैं, जैसे अपने वैश्विक समकक्षों से पहले वर्ष 1978 में 8-बिट माइक्रोप्रोसेसर-बेस्‍ड कंप्‍यूटर की पेशकश. आज एचसीएल एंटरप्राइज विभिन्‍न सेक्‍टरों में मौजूद है, जैसे टेक्‍नोलॉजी, स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा एवं प्रतिभा प्रबंधन समाधान और इसकी तीन कंपनियाँ हैं- एचसीएल इंफोसिस्‍टम्‍स, एचसीएल टेक्‍नोलॉजीज और एचसीएल हेल्‍थकेय. यह एंटरप्राइज 10.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्‍यादा का वार्षिक राजस्‍व अर्जित करता है और इसके 187,000 से ज्‍यादा कर्मचारी 50 देशों में कार्यरत हैं. ज्‍यादा जानकारी के लिये देखें: www.hcl.com

 

 

संबंधित पोस्ट

दलीय सीमाओं से उठकर प्रदेश के विकास के लिए सकारात्मक चर्चा का हिस्सा बने विपक्ष: सीएम योगी

navsatta

जानें लाकडाउन से किसे मिलेगी छूट, विशेष परिस्थितियों के लिए ई-पास की व्यवस्था

navsatta

निलंबित किये जाने से परेशान दारोगा ने किया सुसाइड, ग्रामीणों ने विरोध में किया सड़क जाम

navsatta

Leave a Comment