लखनऊ,नवसत्ता: उत्तर प्रदेश में 69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. विपक्ष के हमले के बाद अब पीलीभीत से भाजपा सांसद ने भी सरकार से कई सवाल पूछे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर पोस्ट करके लिखा कि अगर ये आपके बच्चे होते तो, तो इनके साथ ऐसा ही व्यवहार होता.
ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज।
अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता??
आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं?? pic.twitter.com/6F67ZDJgzW
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 5, 2021
लखनऊ में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी अनियमितता का आरोप लगाकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच विरोध जताने के लिए कैंडल मार्च निकाल रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में भूचाल सा आ गया. इतना ही नहीं सांसद वरुण गांधी के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.
बता दें, बीते दिन यानी शनिवार को घटना के बाद ही राज्य के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी यूपी की सरकार को घेरा था.
सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा – ‘ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है. इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज. अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं?’
बता दें, हाल ही में यूपीटीईटी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का भी मामला सामने आया है. इसमें यूपी पुलिस ने 26 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी यूपी में बीजेपी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा- ‘रोजजगार मांगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियां बरसाईं. जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना!’
रोज़गार माँगने वालों को #UP सरकार ने लाठियाँ दीं-
जब भाजपा वोट माँगने आए तो याद रखना! pic.twitter.com/ZZGg9thd7n— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2021
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा- ‘यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लंबित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं पर पुलिस का लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दु:खद व निन्दनीय. सरकार इनकी जायज मांगों पर तुरंत सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह मांग है.’
यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लम्बित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय। सरकार इनकी जायज़ माँगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) December 5, 2021
उधर, यूपी के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बीजेपी सरकार को घेरा है. वीडियो ट्वीट करके अखिलेश ने लिखा- ‘भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है. हम 69000 शिक्षक भर्ती की मांगों के साथ हैं. युवा कहे आज का 9 नहीं चाहिए भाजपा’
भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।
हम 69000 शिक्षक भर्ती की माँगों के साथ हैं।
युवा कहे आज का ~ नहीं चाहिए भाजपा#भाजपा_ख़त्म pic.twitter.com/Ns1FpknRG7
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 4, 2021
समाजवादी पार्टी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- ‘69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़ों-दलितों का आरक्षण मारने वाले ष्टरू अब लाठियां बरसा रहे हैं. लखनऊ में शांतिपूर्ण तरीके से कैंडल मार्च निकाल रहे 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थियों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज दुखद एवं शर्मनाक! .. युवा बेरोजगारों इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा.’
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने इस लाठीचार्ज का वीडियो ट्वीट करते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा- ‘आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोजगार नौजवानों को पिटवा लीजिये, लेकिन दो बात याद रखियेगा. इन्ही नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुंचाया है. बेरोजगारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आखऱिी कील साबित होगी.’
दरअसल, प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 37 हजार अध्यापकों के पदों को भरने के लिए 69000 अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन लगातार चल रहा है. सैकड़ों की संख्या में यह अभ्यर्थी पिछले 5 महीने से लगातार अपनी मांगों को लेकर एनसीईआरटी कार्यालय पर धरना दे रहे हैं. शनिवार को शिक्षक अभ्यर्थी कैंडल मार्च के साथ 1090 चौराहे से सीएम आवास की ओर बढऩे लगे. तभी लोहिया पथ पर जियामऊ मोड़ के पास ही पुलिस ने इन्हें रोका और झड़प के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. आरोप है कि पुलिस ने अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. रोड के किनारे लगी रेलिंग फांदकर किसी तरह अभ्यर्थियों ने जान बचाई और भाग निकले. इस लाठीचार्ज में 6 से ज्यादा अभ्यर्थी घायल हो गए.