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के.डी. डेंटल कॉलेज के दीपावली मेले में बही सद्भाव की बयार 

मथुरा, नवसत्ता: के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में शनिवार को बहुप्रतीक्षित दीपावली मेले का आयोजन किया गया। इस मेले को लेकर सुबह से शाम तक सभी छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकों तथा कर्मचारियों में विशेष उत्साह और उमंग देखा गया। दीपावली मेले में सभी स्नातक तथा स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लेते हुए अपनी नयनाभिराम सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। दीपावली मेले का शुभारम्भ सभी विभाग प्रमुखों द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।

सुबह के कार्यक्रमों में विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे बेस्ट रूम डेकोरेशन, बेस्ट मेस डेकोरेशन और बीडीएस तृतीय वर्ष के नए बैच द्वारा जीती गई रंगोली प्रतियोगिता रही। इस मेले में सभी छात्र-छात्राओं ने मिलकर विभिन्न व्यंजनों, खेलों और फोटो बूथ के स्टॉल लगाए जहां सर्वश्रेष्ठ स्टॉल का पुरस्कार दिया गया। दीपावली मेले का मुख्य आकर्षण संस्था प्रमुख द्वारा लगाया गया स्टॉल था जहां प्रामाणिक कश्मीरी व्यंजन परोसे गए।

शाम की शुरुआत बीडीएस तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं के रैम्प वॉक के साथ हुई। इसके बाद नयनाभिराम समूह नृत्य प्रतियोगिता ने सभी का दिल जीत लिया। समूह नृत्य का पुरस्कार बीडीएस द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने जीता। सोलो नृत्य प्रतियोगिता में डॉ. शिखा वार्ष्णेय ने बाजी मारी। गायन में पवन भदौरिया और साक्षी त्यागी को पुरस्कृत किया गया। इस मेले का मुख्य आकर्षण गरीब बच्चे रहे। इन बच्चों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन बच्चों को प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने मिठाई और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मेले का समापन आतिशबाजी के साथ हुआ जिसमें समस्त के.डी. डेंटल परिवार की सहभागिता रही।

दीपावली मेले को लेकर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि यह त्योहार समाज में उल्लास के साथ सामाजिक सौहार्द्र और समभाव का प्रतीक है, इसीलिए भारत की धरती पर जन्मे सभी धर्मों के मतावलम्बी इसे हर्षोल्लास से मनाते हैं। संस्थान के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि सभी तीज-त्योहारों का मकसद समाज में सद्भाव व भाईचारे का संदेश देना ही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि दीपावली त्योहार मानव की उस रचनात्मकता का प्रतिनिधित्व करता है जिसके आधार पर हमारा अस्तित्व बना हुआ है और हम तमाम बाधाओं के बाद भी कुछ अच्छे के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं।
संस्थान के प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने छात्र-छात्राओं को प्रदूषण रहित दीपावली मनाने का संकल्प दिलाया तथा कहा कि हमारा देश तीज-त्योहारों का देश है। हर तीज-त्योहार का अपना महत्व है। दीपावली मानव के संघर्ष और उसकी विजय के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला उत्सव है। इसकी मूल-भावना किसी धर्म और राष्ट्र की सीमा से परे वैश्विक स्तर पर भाईचारे की भावना को प्रगाढ़ करना है। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. लाहौरी ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया ने बताया कि इस मेले का आयोजन छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया। इसमें सभी विभागों के विभागाध्यक्ष तथा कर्मचारियों ने हर्षोल्लासपूर्वक सहभागिता की तथा एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं।

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