लखीमपुर खीरी,नवसत्ता : पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के नदियां इन दिनों उफान पर हैं. नदियों से लगे इलाकों के गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है. ऐसे में गांव के लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. शारदा और घाघरा नदी लखीमपुर खीरी में कहर बनकर बरपा रही है. जिले की पांच तहसील लखीमपुर सदर, गोला पलिया, धौराहरा, निघासन तहसील के 150 गांव बाढ़ से प्रभावित है. लखीमपुर खीरी के पलिया तहसील को शारदा नदी ने पूरी तरीके से अपने आगोश में ले लिया है.
शहर की तरफ जाने वाले सड़क और रेल मार्ग को दोनों को शारदा नदी की तेज धार ने काट दिया है, जिसके चलते पलिया शहर टापू में तब्दील हो गया है. शहर के अंदर 3 से 4 फुट पानी भरा हुआ है. नदी के कटान के चलते खेत-खलियान जिधर देखते हैं पानी-पानी ही नजर आता है. इस इलाके की हजारों एकड़ फसल पानी में डूब कर बर्बाद हो चुकी है. किसान अभी बची कुची फसल को ट्रैक्टर ट्राली और जेसीबी की मदद से ऊंचे स्थान पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे बर्बाद हुई फसल का कुछ भरपाई हो सके.
वहीं किसान गुरमीत सिंह का कहना है कल से शारदा नदी ने कटान चालू कर दिया था. पलिया जाने वाले रेल मार्ग और सड़क मार्ग को काट दिया है. इसके चलते इलाके की कम से कम 20 गांव में पानी घुस गया है और हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. अभी प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पाई है. रेल विभाग अपनी रेल को बचाने के लिए प्रयास कर रहा है. हमारी प्रशासन से अपील है जल्द से जल्द जो संभव हो सके हम लोग को मदद पहुंचाएं, नहीं तो इस इलाके को भारी नुकसान हो सकता है.
पलिया रेलवे स्टेशन मास्टर ने बताया है की शारदा नदी के तेज बहाव में मैलानी से बहराइच जाने वाला रेल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके चलते सभी ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया गया है. हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द रेल मार्ग को सुचारू किया जाए.