बिना मास्क, सेनेटाईजर व आरती समय काल में दर्शन नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु
मिर्जापुर,नवसत्ता: अमृत योजना के तहत नगर वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु चारों तरफ सड़कों की खुदाई कर छोड़ दिए जाने के कारण नारकीय व्यवस्था के बीच विंध्याचल का नवरात्रि मेला 7 अक्टूबर से प्रारंभ हो गया. यद्यपि मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा द्वारा गड्ढा युक्त सड़कों की निगरानी के दौरान बार-बार चेतावनी दिए जाने तथा कार्यदाई संस्था के पेयजल हेतु पाइप लाइन बिछाने हेतु नवरात्र मेला के पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बावजूद प्रसिद्ध नवरात्रि मेला प्रारंभ हो गया और नगर की सड़कें जस की तस रह गई.
बहरहाल हाल ही में विंध्याचल में हुई नाव दुर्घटना में आधा दर्जन दर्शनार्थियों की मौत की घटना से सबक लेते हुए स्थानीय प्रशासन इस बार दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क है.
मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी के निर्देश क्रम में कोविड-19 गाइडलाइन के अंतर्गत सभी श्रद्धालु मेला क्षेत्र में मास्क, सेनेटाइजर व सामाजिक दूरी का पालन करेंगे. बिना मास्क के मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा तथा मंदिर में आरती के समय श्रद्धालु दर्शन नहीं कर सकेंगे. आरती का समय सुबह 3:00 बजे से 4:00 बजे तक मंगला आरती, दोपहर 12:00 बजे से 01 बजे तक राजश्री आरती, सायंकाल 7:00 बजे से 8:00 बजे तक दीपदान आरती रात्रि 9:30 बजे से 10:30 बजे तक बड़ी आरती. आरती समय काल में मंदिर में दर्शन नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु. उपरोक्त समय कॉल में मां का आरती व श्रंगार होने के कारण मंदिर बंद रहता है.
मेला क्षेत्र में दुकानदारों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए नगर मजिस्ट्रेट ने श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विंध्याचल स्थित प्रशासनिक भवन में स्थानीय दुकानदारों के साथ बैठक मेंं शामिल होते हुए बताया कि प्रसाद का मूल्य प्रदत्त सूची के अनुसार ही निर्धारित होगा, जिस पर सभी दुकानदारों के द्वारा सहमति जताई गई. इसके अलावा मेला क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवानों के अलावा जल पुलिस की तैनाती करतेेे हुए गंगा घाट पर बैरिकेडिंग की गई हैै, ताकि कोई भी श्रद्धालु निर्धारित गहराई से आगे ना जा सके.