लखीमपुर,3 अक्टूबर। लखीमपुर में प्रदर्शनकारी किसानों को गाड़ी से कुचले जाने की घटना ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में 6 किसानों की मौत हो गई है। इनमें से 2 की मौत गाड़ी से कुचलकर हुई, जबकि 4 की मौत गाड़ी पलटने से हुई। घटना में 8 किसान घायल भी बताए गए हैं। इस घटना के बाद गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ी समेत दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपेड पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्रा और मौर्य का काफिला तिकोनिया चैराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। इसी दौरान काफिले में शामिल अजय मिश्रा के बेटे अभिषेक ने अपनी गाड़ी किसानों पर चढ़ा दी। यह देखकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आशीष मिश्रा की गाड़ी समेत दो गाड़ियों में आग लगा दी
मंत्री के बेटे आशीष की गाड़ी रोकने की कोशिश में एक महिला सिपाही समेत 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इधर, घटना की जानकारी मिलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यक्रम रद कर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर भेजा है। उधर भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी गाजीपुर बॉर्डर से लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
इस घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी जिलों के किसानों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है।
मिश्रा पहले भी किसानों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं
दरअसल, हेलिपैड पर कब्जा होने की जानकारी पाकर अजय मिश्रा और केशव मौर्य लखनऊ से सड़क मार्ग से लखीमपुर जिला मुख्यालय पहुंचे थे। यहां योजनाओं का लोकार्पण करने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री हेलिकॉप्टर की बजाय गाड़ी से बनवारी गांव जा रहे थे। बनवारी गांव अजय मिश्रा का पैतृक गांव है। यहां कुश्ती प्रतियोगिता की शुरुआत करनी थी। प्रशासन ने बनवारी गांव के पास तनाव को लेकर पहले ही अलर्ट किया था।
दरअसल, किसान हफ्ते भर पहले दिए अजय मिश्रा टेनी के एक बयान से आहत हैं। किसानों का कहना है कि मंत्री बनने के बाद अजय मिश्रा ने कहा था कि हम अपनी पर आ गए तो हम क्या कर सकते हैं? यह सब जानते हैं। अजय मिश्रा ने यह बयान किसानों की तरफ से काले झंडे दिखाए जाने के बाद दिया था।
दरअसल, बीते 26 सितंबर को किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को लखीमपुर में संपूर्णानगर क्षेत्र में काले झंडे दिखाए थे। मिश्रा एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से किसानों को धमकी दी थी। कहा था कि किसानों के अगुवा यानी संयुक्त किसान मोर्चा के लोग प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को 10 महीने हो गए।
काले झंडे दिखाने वालों के लिए आगे उन्होंने कहा कि अगर हम गाड़ी से उतर जाते तो उन्हें भागने का रास्ता नहीं मिलता। कृषि कानून को लेकर केवल 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। यदि कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा था कि सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो, वरना हम सुधार देंगे दो मिनट लगेंगे। विधायक-सांसद से बनने से पहले से लोग मेरे विषय में जानते होंगे कि मैं चुनौती से भागता नहीं हूं।
इनसेट
किसानों की मौत पर कांग्रेस, सपा और आप ने योगी सरकार पर साधा निशाना
लखनऊ। लखीमपुर की घटना के बाद विपक्ष ने योगी सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। कांग्रेस, सपा और आप ने इसे किसानों पर अत्याचार करार दिया है और सीएम योगी से इस्तीफा देने की मांग की है। उधर, किसान संगठनों ने सभी किसानों से लखीमपुर खीरी पहुंचने का आह्वान किया है, ताकि पीड़ित किसानों के लिए न्याय की मांग बुलंद की जा सके।
यूपी में कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा है, भाजपा देश के किसानों से कितनी नफरत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मसले पर अपनी आवाज बुलंद की है। गांधी अपने ट्वीट में लिखते हैं, जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है। लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह जिंदाबाद!
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने ट्वीट में लिखते हैं, लखीमपुर खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता श्री तेजिंदर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई। उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार तुरंत उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए। बस एक माँग मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।
इस घटना पर आम आदमी पार्टी के सांसद व यूपी में प्रभारी संजय सिंह ने भी योगी-मोदी सरकार पर हमला बोला है। सिंह ने वीडियो जारी कर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, आंदोलनकारी किसानों के हत्यारों को गिरफ्तार करके सख्त से सख्त सजा दी जाए भाजपा नेता के बेटे को तुरंत गिरफ्तार करके उसपर हत्या का मुकदमा चलाया जाए।