लखनऊ,नवसत्ता : गन्ना समर्थन मूल्य में इजाफे को लेकर मायावती ने योगी सरकार को घेरा. बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा- यूपी भाजपा सरकार पूरे साढ़े चार वर्षों तक यहां के किसानों की घोर अनदेखी करती रही व गन्ना का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया जिस उपेक्षा की ओर 7 सितम्बर को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मेरे द्वारा इंगित करने पर अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई है जो इनके स्वार्थ को दर्शाता है. साथ ही योगी सरकार के कैबिनेट विस्तार पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
1.यूपी भाजपा सरकार पूरे साढ़े चार वर्षों तक यहाँ के किसानों की घोर अनदेखी करती रही व गन्ना का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया जिस उपेक्षा की ओर 7 सितम्बर को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मेरे द्वारा इंगित करने पर अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई है जो इनके स्वार्थ को दर्शाता है।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी ने जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिन्हें मंत्री बनाया, बेहतर होता कि वे खुद इसे स्वीकार नहीं करते. क्योंकि जब तक ये मंत्री अपने मंत्रालय में कुछ करना भी चाहेंगे प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी.
1. बीजेपी ने कल यूपी में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों के समाज के विकास व उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बसपा की रही सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है. इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गों सावधान रहने की सलाह है.
मायावती ने किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि केंद्र व यूपी सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दु:खी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले अपनी फेस सेविंग के लिए गन्ना का समर्थन मूल्य थोड़ा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं. ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है.