Navsatta
खास खबरदेशराजनीतिराज्य

राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की फिर उठी मांग

गंभीर मुद्दों को जनता के बीच लेकर जाएगी यूथ कांग्रेस: श्रीनिवास

नई दिल्ली,नवसत्ता : कांग्रेस खेमे से एक बार फिर राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग उठने लगी है। यूथ से लेकर सीनियर लीडर तक ने कहा की राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी की कमान अब संभाल लेनी चाहिए। दरअसल, यूथ कांग्रेस ने गोवा में रेजोल्यूशन पारित किया है, जिसमें राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग की गई है।

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा, ‘पार्टी को राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहिए। इसके लिए बैठक में सर्वसम्मति से आशय का प्रस्ताव पारित किया गया है। युवा कांग्रेस आने वाले दिनों में सभी ज्वलंतशील मुद्दों को लेकर सड़कों पर देशहित में संघर्ष करेगी और जन-जन तक इस संघर्ष को लेकर जाएगी।’

वहीं श्रीनिवास का कहना है कि आने वाले दिनों में यूथ कांग्रेस देश के समक्ष जो गंभीर मुद्दे हैं, जैसे- बेरोजगारी, बढ़ती मंहगाई, किसानों की समस्या, राष्ट्रीय सुरक्षा, देश की संपत्तियों को बेचने से संबंधित मुद्दों आदि को जनता के बीच लेकर जाएगी। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने कहा, ‘कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं की राहुल गांधी जल्द से जल्द पार्टी के अध्यक्ष बनें।

साथ ही कांग्रेस के एक और नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘मैंने एआईसीसी के सेशन में सबसे पहले यह मांग रखी थी कि राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाए। मैं उन प्रस्तावकों में था जिन्होंने कहा था कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनें। हम फिर से अपील करते हैं कि राहुल गांधी को जल्द से जल्द पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाए।

बता दें कि कांग्रेस का यूथ विंग ‘इंडियन यूथ कांग्रेस’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें राहुल गांधी को दुबारा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग की गई है। यूथ कांग्रेस की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी बैठक गोवा में चल रही है, जहां देश भर से इंडियन यूथ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इकट्ठे हुए हैं।

संबंधित पोस्ट

कंपनियों के तिमाही परिणाम से तय होगी बाजार की चाल

navsatta

मंत्रिमण्डल विस्तार में दिखी मोदी को सोशल इंजीनियरिंग

navsatta

प्रधानी करने को लेकर नवनिर्वाचित प्रधान को दो सगे भाइयों ने मारी गोली, प्राथिमिकी दर्ज़

navsatta

Leave a Comment