राय अभिषेक
लखनऊ, नवसत्ता: कुछ दिनों पहले वायरल हुए एक आपत्तिजनक वीडियो से चर्चा में आये विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन आर.बी. सिंह ने लखनऊ के हजरतगंज थाना में अपने ऊपर लगे आरोपों और आपत्तिजनक विडियो में अपनी संलिप्तता को निराधार बताते हुए भारतीय दंड संहिता 1860 के अंतर्गत 419, 420, 384, 469, 506 धाराओं एवं सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2000 के अंतर्गत धारा 66(ई) के तहत एफआईआर दर्ज कराई है।

इस संदर्भ में विशेष सचिव आर. बी. सिंह ने नवसत्ता से बात करते हुए पूरी घटनाक्रम को बताते हुए कहा कि ये एक संगठित गैंग द्वारा किया गया अपराध है। 12 मार्च 2021 को मेरे पास एक युवती की फेसबुक पर फ्रैंड रिक्वेस्ट आई थी जिसकी प्रोफाइल सामाजिक कार्यकर्ता की थी। मैं उस युवती से पहले कभी नहीं मिला था।

उसकी प्रोफाइल पर कुछ जाने पहचाने चेहरे देखने के बाद रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लिया। उसके बाद मेरे पास एक वीडियो कॉल आई जिसे अटेंड करते ही दूसरी तरफ वही लड़की अपने कपड़े हटा कर आपत्तिजनक हरकतें करने लगी जिसके तुरंत बाद मैंने कॉल को काट दिया और ठीक उसी समय मेरे पास पैसो के डिमांड के लिए मैसेज आया। 15 मार्च को मेरे पास नितिन नाम के व्यक्ति का कॉल आना शुरू हुआ और मुझे मेरे अश्लील वीडियो का हवाला देकर ब्लैकमेल करने लगा और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए पैसो की डिमांड शुरू की।

मैंने उसके बाद उन्हें इगनोर भी किया और समझाने की कोशिश भी की ताकि वे लोग ये मोर्फड वीडियो के चलते मुझे बदनाम करने की कोशिश न करे। ब्लैकमेल करने के लिए उक्त व्यक्ति ने मुझे बहुत से वाट्सएप मेसेज भी किये जिसमे वीडियो वायरल कर देने, मेरे निजी एवं सामाजिक जीवन को बर्बाद करने, नौकरी चले जाने आदि की धमकी दी, जिसकी कॉपी मैंने पुलिस को भी दे दी है। इसी महीने 2 अगस्त को नितिन नामक व्यक्ति मुझसे मिलने मेरे ऑफिस के बाहर पहुच गया और धमकाने लगाने लगा। पानी सर से ऊपर जाता देख, मैंने तुरंत साइबर सेल से संपर्क किया और पूरा विवरण देते हुए शिकायत दर्ज करायी। जिसके बाद मेरा मोर्फड वीडियो वायरल कर दिया गया।

वास्तव में इस बीच मैं बहुत ही ज्यादा मानसिक प्रताडऩा से गुजरा था और इस घटनाक्रम के बाद मैंने इन लोगो पर विधिक कार्यवाही के लिए एफआईआर दर्ज करा दी और पूरे साक्ष्य दे दिए हैं। जिससे इस संगठन का भंडाफोड़ हो और कोई व्यक्ति इन लोगो के चंगुल में न फंसे।