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आज से जंतर मंतर पर चलेगी ‘किसान संसद’

दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ दी प्रदर्शन की इजाजत

नई दिल्ली,नवसत्ता: कई महीनों से केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब संसद के बाहर आज से ‘किसान संसद’ चलाने की घोषणा की है। दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों पर किसानों को ‘किसान संसद’ आयोजित करने की इजाजत दे दी है।

दरअसल, दिल्ली पुलिस को इस बार चिंता थी कि पिछली बार 26 जनवरी को जिस तरह से किसान बेकाबू हुए थे और लाल किले के प्राचीर में चढ़ गए थे, कहीं इस बार भी संसद की ओर किसान बेकाबू होकर न बढ़ जाएं। ऐसी स्थिति से सरकार भी बचना चाहती है। यही कारण है कि बुधवार को किसान संगठनों के साथ बातचीत करने के बाद शर्तों के साथ जंतर-मंतर में ‘किसान संसद’ आयोजित करने की अनुमति दे दी गई है।

बातचीत के दौरान किसानों ने कहा कि वे शांतिपूर्वक अपनी ‘किसान संसद’ चलाने चाहते हैं। इसपर इजाजत देने को लेकर पहले दिल्ली पुलिस हिचकिचा रही थी, लेकिन बाद में शर्तों के साथ अनुमति दे दी है। बता दें कि किसान संगठनों की ओर से दिल्ली पुलिस का प्रतिनिधित्व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने किया।

मालूम हो कि कुछ दिन पहले ही किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया था कि 22 जुलाई से संसद के बाहर हम ‘किसान संसद’ चलाएंगे। हर दिन 200 किसान उस संसद में हिस्सा लेंगे। चूंकि, 19 जुलाई से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है, जो कि 13 अगस्त तक चलेगी। संसद की कार्यवाही के बीच किसानों का यह ‘किसान संसद’ काफी अहम माना जा रहा है।

 

किसान संगठनों और दिल्ली पुलिस में इन बिन्दुओं पर बनी सहमति

– करीब 40 संगठनों के 5-5 सदस्य किसान संसद में हर दिन शामिल होंगे। इन पांचों में से एक को अपने ग्रुप को संभालने की जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।

– हर रोज 11 बजे से लेकर 5 बजे तक ही

– सिंघु बॉर्डर के अलावा अन्य जगह से कोई किसान जंतर-मंतर नहीं आएगा।

– जंतर मंतर पर भी बैठने की जगह सुनिश्चित की जाएगी। यहां पर कोविड के सभी नियमों का पालन किया जाएगा।

– सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जाएंगें। सीसीटीवी कैमरे से निरगानी भी की जाएगी, ताकि किसानों के इस प्रदर्शन में कोई बाहरी व्यक्ति शामिल न हो सके।
– ‘किसान संसद’ से लगातार किसानों को संबोधित किया जाएगा।
– शाम पांच बजे ‘किसान संसद’ खत्म होने के बाद सभी किसानों को उन्हीं बसों में वापस सिंघु बॉर्डर पर छोड़ा जाएगा।

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