प्रियंका के मौन धरने पर योगी सरकार ने दर्ज कराई एफआईआर
लखनऊ,नवसत्ताः उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भले ही छह माह से अधिक समय हो पर सूबे की राजनीतिक सरगर्मी अभी से चरम पर पहुंंच गई है। पंचायत चुनाव में धांधली और बदसुलूकी की शिकार महिलाओं से मुलाकात कर आज जहां प्रियंका गांधी ने चुनाव रद करने की मांग की है वहीं योगी सरकार ने कल प्रियंका के मौन धरने को कोविड प्रोटोकोल का उल्लंघन बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
लखीमपुर खीरी पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सबसे पहले यहां रेप पीड़ित तीन लड़कियों के परिवारों से मिलीं। इसके बाद उन्होंने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा का शिकार हुई रीतू सिंह एवं अनीता यादव से मुलाकात की। इस मौके पर प्रियंका गांधी ने कहा-नामांकन पत्र भरना और चुनाव लड़ना उनका संवैधानिक हक था, ये अधिकार उनसे छीना गया। मैं मांग करती हूं कि चुनाव रद्द हो और यहां दोबारा से चुनाव हो। बता दें कि हाल ही में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान अनीता यादव के साथ कुछ लोगों ने अभद्रता करते हुए छेड़छाड़ की थी। जहां पर उनकी साड़ी को खींचा गया था।
लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले भाजपा के गुंडे कान खोलकर सुन लें, महिलाएँ प्रधान, ब्लॉक प्रमुख, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री बनेंगी और उनपर अत्याचार करने वालों को शह देने वाली सरकार को शिकस्त देंगी।.. 1/2 pic.twitter.com/Z6jEMeTKks
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 17, 2021
अनीता यादव से मुलाकात के बाद यूपी कांग्रेस ने ट्टीट किया और लिखा-प्रियंका जी ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा का शिकार हुई रीतू सिंह एवं अनीता यादव से मुलाकात कर उनका दर्द जाना। भाजपा सरकार महिला अपराध का पर्याय बन चुकी है, प्रदेश की महिलाएं आने वाले समय में महिला विरोधी सरकार को करारा जवाब देंगी।
इस बीच पुलिस ने प्रियंका गांधी के कल के मौन प्रदर्शन को कोविड दिशा निर्देशों का उललंघन बताते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व चार अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।