नई दिल्ली,नवसत्ता : रूस के सुदूर पूर्वी इलाके में लैंडिंग से ठीक पहले 28 लोगों को लेकर जा रहा एक विमान लापता हो गया है। क्षेत्रीय अधिकारियों के हवाले से कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ये प्लेन पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से पलाना गांव जा रहे 22 यात्रियों और चालक दल के छह सदस्यों को लेकर जा रहा था।
बताया जा रहा है कि विमान संख्या एएन-26 संपर्क टूटने के बाद से लापता है और रडार की पकड़ से भी दूर है। अधिकारियों ने बताया कि लापता विमान के संबंध में जांच शुरू की गई है और खोज अभियान चल रहा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इंटरफैक्स और आरआईए नोवोस्ती एजेंसियों ने आपात स्थितियों के मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया कि विमान कामचटका प्रायद्वीप में पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से पलाना के लिए उड़ान भर रहा था जब उसका संपर्क टूट गया। लापता होने से पहले विमान पलाना एयरपोर्ट से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर था, जहां उसे लैंड करना था।
एएफपी ने बताया कि जहाज पर सवार 28 लोगों में चालक दल के छह सदस्य शामिल हैं और 22 यात्रियों में एक या दो बच्चे भी हैं। हालांकि विमान की खोज शुरू कर दी गई है और बचावकर्मी हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। कभी विमान से संबंधित दुर्घटनाओं के लिए जाने जाने वाले रूस ने पिछले कुछ सालों में अपने हवाई यातायात सुरक्षा में रिकॉर्ड सुधार किया है। हालांकि विमानों का खराब रखरखाव और सुरक्षा मानकों का निम्न स्तर अभी भी बरकरार है। इसके अलावा कठिन मौसम स्थिति वाले देश के अलग-अलग क्षेत्रों में उड़ान भरना भी काफी खतरनाक है। दो दिन पहले फिलीपींस में सेना का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 50 लोगों की मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने सोमवार को मृतकों की संख्या की जानकारी दी। यह देश की वायु सेना के इतिहास में सबसे भीषण हादसा है। उन्होंने बताया कि लॉकहीड सी-130 विमान पर 96 सैन्यकर्मी सवार थे। सुलु प्रांत के जोलो हवाई अड्डे पर रविवार को उतरते समय रनवे के बाहर नारियल के खेत में यह विमान हादसे का शिकार हो गया।
विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने और उसमें आग लगने से पहले कुछ सैनिकों को विमान से कूदते देखा गया। सेना के जवानों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मियों ने 49 सैन्यकर्मियों को बचा लिया। हादसे के समय जमीन पर गिरते समय विमान की चपेट में सात लोग आए जिनमें से तीन की मौत हो गई।