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कहां गए सब दानवीर,अब कौन बनेगा सोनू सूद

एस एच अख्तर
रायबरेली,नवसत्ता: कोरोना महामारी का विकराल रूप सामने है।काम धंधे बन्द हैं और दिहाड़ी मज़दूरों की वापसी जारी है।कमोबेश हालात पिछले साल जैसे ही हैं।लेकिन इस बार दानवीर सामने नहीं आ रहे।
बीते साल जब लॉकडाउन लगा तो हर शहर से तस्वीरें आ रही थीं।रायबरेली के भी व्यापारी ,समाजसेवी और आम लोग बढ़ चढ़ कर दान कर रहे थे।कहीं राशन के पैकेट तो कहीं फल मिठाई और पानी की बोतल बांटते लोग हर गली मोहल्ले में नज़र आ रहे थे।इस साल स्थिति ज़्यादा भयावह है तो दानवीर नदारद हैं।पिछले साल लोगों के पास कुछ जमा पूंजी भी थी और संक्रमण की तीव्रता कम होने से चिकित्सीय खर्चे से भी बचे थे।इस वर्ष स्थिति ज़्यादा खराब इसी लिए है क्योंकि पूरे साल कोई बचत हो नहीं पाई।कई लोग तो वापस काम पर गए ही नहीं।
तकरीबन हर दसवें बीसवें घर पर कोई न कोई संक्रमित है।ऐसे में इलाज का खर्च अलग से।शनिवार और रविवार के लॉकडाउन ने काम धंधे की बची खुची कमर भी तोड़ दी।इस संकट की घड़ी में जब दानवीरों की ज़्यादा आवश्यकता है तब यह नदारद हैं।सब्ज़ी मंडी के सामने फल का ठेला लगाने वाले रामजी सोनकर कहते हैं,पूरी नवरात्र बीत गयी लेकिन फलों का धंधा नही उठ पाया।पूंजी निकालनी मुश्किल हो गई।पिछले साल कम से कम लोग आकर राशन की किट दे जाते थे जिससे एक मोटा खर्चा बच जाता था इस साल जब ज़्यादा आवश्यकता है तब कोई नज़र नहीं आता।
रायबरेली में पिछले साल अखबार से लेकर सोशल मीडिया तक पर जिन लोगों की खाद्य सामग्री वितरित करते सबसे ज़्यादा तस्वीरें सामने आई उनमें से कई लोगों से हमने बात कर जानना चाहा कि इस बार वह लोग क्यों सामने नहीं आ रहे।
शहर के जाने माने व्यापारी विजय रस्तोगी कहते हैं फिलहाल न तो लॉक डाउन है और न ही इसके लगने की संभावना है।ऐसे में खाद्य सामग्री बाटने का औचित्य नही।अगर लॉक डाउन लगता है तो वह पीछे कतई नहीं।इसी तरह व्यापारी नेता बसंत सिंह बग्गा और अतुल गुप्ता कहते हैं फिलहाल लोगों को मास्क वगैरह की ज़्यादा ज़रूरत है जो बंटवाया जा रहा है।चिकित्सीय मदद भी व्यापारी नेता करने का दावा ज़रूर करते हैं लेकिन इन सबकी तस्वीरें नदारद हैं।
हालात बद से बदतर हैं, दिहाड़ी मजदूर काम की तलाश में भटक रहा है।दानवीरों की निगाह में जब तक लॉकडाउन न लगे तब तक इसकी आवश्यकता नहीं,जबकि दिहाड़ी मजदूर एक साल बाद फिर वहीं खड़ा है जहां पिछले साल लॉकडाउन के समय था।ऐसे में देखना यही होगा कि पिछले साल आगे आगे रहे दानवीर एक बार फिर सामने आएंगे या इस बार नज़र आएंगे कुछ नए ‘सोनू सूद’।

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