Navsatta
चर्चा में

पालघर में साधुओं की लिंचिंग करने वाले भी हिंदू थे, मसला ‘मॉबतंत्र’ है!

पिछले कुछ वर्षों में सांप्रदायिक राजनीति की बोतल से मॉब लिंचिंग का जो जिन्न आज़ाद करके लोकतंत्र के पीछे छोड़ दिया गया था, वह अब किसी भी नियंत्रण से बाहर जा चुका है। लोग अब भीड़ में तब्दील हो चुके हैं, और मॉब लिंचिंग एक संस्कृति में। अफवाहें अब एक ऐसे वायरस का रूप ले चुकी हैं, जिन्हें सूंघते ही लोग जॉम्बी में बदल जाते हैं। जीव हम पहले हुआ करते थे, लेकिन इस प्रक्रिया में अब जानवर बन चुके हैं, जिसके मुंह पर खून का स्वाद चढ़ गया है। हुआ क्या पालघर में? महाराष्ट्र के पालघर जिले के दहानू तालुका के गढ़चिंचले गांव में मॉब लिंचिंग की एक घटना में बच्चा-चोरी करने वाला गैंग समझकर जूना अखाड़े के 2 साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी। गुरुवार की इस घटना का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। वीडियो में स्पष्ट नज़र आता है कि कुछ पालघर पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे। इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया था। मामले में 110 लोगों की गिरफ़्तारी हुई है। इनमें से 9 के नाबालिग निकलने पर उन्हें बाल-सुधार गृह भेज दिया गया है और बाक़ी 101 लोगों को 30 अप्रैल तक की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि मुंबई से चलकर साधु सुशील गिरी महाराज (35) और महाराज कल्पवरुक्षगिरी (70) ड्राइवर नीलेश तेलगाड़े (30) के साथ सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। महाराष्ट्र और दादरा एवं नगर हवेली के बॉर्डर पर स्थित गढ़चिंचले गांव के पास भीड़ ने उनकी गाड़ी को रोका उन्हें मारना शुरू कर दिया। ख़बर है कि इलाके में बीते कुछ दिनों से बच्चा चुराने व फसल काट ले जाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की अफवाह फैली हुई थी, जिससे बचने के लिए गांव के लोगों ने एक निगरानी दल बनाया हुआ था। गढ़चिंचले से गुज़रते हुए सुशील गिरी महाराज रुककर वन विभाग के कर्मचारी से बात कर रहे थे, जब निगरानी दल ने उन्हें बच्चा चोर गैंग का समझकर पकड़ लिया और मारने लगे। पुलिस मौके पर पहुंची तो उसने तीनों को अपनी गाड़ी में बिठा लिया था, पर तब तक और ज़्यादा ग्रामीण इकट्ठा हो गये और उन्होंने पुलिस की टीम और उसकी गाड़ी पर ही हमला बोल दिया। गाड़ी में ही तीनों की मृत्यु हो गयी।

संबंधित पोस्ट

हिंसक प्रदर्शनों के चलते श्रीलंका में लगा आपातकाल, राष्ट्रपति ने की घोषणा

navsatta

केसीआर व नीतीश ने नीति आयोग की बैठक से बनाई दूरी

navsatta

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच अंतरिम व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर, पीएम मोदी बोले- ये रिश्ते भारत-ऑस्ट्रेलिया मित्रता का महत्वपूर्ण स्तंभ हैं

navsatta

Leave a Comment