महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन तैयार है. लेकिन अब इस गठबंधन को टक्कर देने के लिए एक महागठबंधन तैयार हुआ है. कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) समेत राज्य में कुल 56 पार्टियों ने मिलकर एक महागठबंधन बनाया है. कई छोटी पार्टियों के साथ मिलकर यह बड़ा महागठबंधन तैयार किया गया है. मराठी में इसे महाआघाड़ी का नाम दिया गया है. अब एनसीपी और कांग्रेस इन सभी दलों को में टिकट बंटवारे पर फैसला लेगी. बताया जा रहा है कि छोटी पार्टियों में स्वाभिमानी संगठन, बहुजन विकास अगाडी और युवा स्वामिभमानी पार्टी महाराष्ट्र से चुनाव लड़ सकती है. इन पार्टियों के अलावा भी कुछ और पार्टी चुनावी मैदान में उतरने की योजना बना रही हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला पहले ही तय हो चुका है. आने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी 25 और शिवसेना 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी चह्वाण बोले, बीजेपी-शिवसेना से लोग नाराज कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राज्य में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन वाली सरकार से लोग नाखुश हैं. यह सरकार पूरी तरह से फेल हुई है. आने वाले लोकसभा चुनावों में हम लोग इस गठबंधन को हराएंगे. उन्होंने कहा कि मजदूरों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों को न्याय दिलाने के लिए यह महागठबंधन बनाया है. इस महागठबंध में कई ट्रेड यूनियन, समाजिक संस्थाएं और राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं. पीडब्लूडी के नेता भाई जयंत पाटिल ने कहा कि पिछले 52 सालों में पहली बार ऐसा हो रहा है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले रही है. हमने पिछले लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था. हमारे उम्मीदवारों को बड़ी संख्या में वोट मिले थे. लेकिन इस बार हमने फैसला लिया है कि हम बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को हराने के लिए कांग्रेस-एनसीपी के उम्मीदवारों को सपोर्ट करेंगे. उन्होंने कहा कि छोटी पार्टियों को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की बजाय, बल्कि उन्हें राज्य में बीजेपी-शिवसेना को हराने के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए.